कानपुर । यूपी के हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हमले में एक डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद अब कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं । ऐसी आशंका जताई जा रही है कि गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम की कार्रवाई की मुखबरी चौबेपुर थाने के ही एक दरोगा ने विकास दुबे से कर दी थी , जिसके चलते विकास दुबे और उसके बदमाशों ने पुलिस को चारों ओर से घेरकर उनपर जमकर फायरिंग की । वहीं अभी तक की जांच में सामने आया है कि क्षेत्र के कई पुलिसवाले विकास दुबे के संपर्क में थे । विकास दुबे के फोन कॉल रिकॉर्ड से कई पुलिसवालों से बात होने का खुलासा हुआ है । इस वक्त पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है । तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है । बहरहाल , पिछले 24 घंटे से पुलिस की 20 टीमें कई जिलों में इस हिस्ट्रीशीटर को खोज रही हैं । इस मोस्ट वांटेड बदमाश के नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है ।
रात भर छापेमारी का दौर जारी रहाविदित हो कि पिछले 24 घंटे में यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड चेहरा बने विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस पूरी रात छापेमारी करती रही । 8 पुलिसकर्मियों पर फायरिंग का आरोपी विकास दुबे घटना के बाद छिपा बैठा है । शुक्रवार रात पुलिस ने विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचितों के ठिकानों पर दबिश दी । पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में लिया है , जिनसे पूछताछ जारी है । पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है ।
चौबेपुर का एसओ इस कारण है संदिग्धों की श्रेणी में
असल में कानपुर एनकाउंट मामले में चौबेपुर के एसओ की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है । एसओ विनय कुमार 1 जुलाई को शिकायतकर्ता राहुल तिवारी के साथ विकास दुबे के घर गया था , जहां विकास ने न सिर्फ़ राहुल तिवारी की जूतों से पिटाई की थी बल्कि एसओ के साथ भी हाथापाई की थी । इन लोगों के फोन भी छीन लिए गए थे , लेकिन एसओ ने यह बात अपने आला अधिकारियों को नहीं बताई ।
पुलिसवालों के लगातार संपर्क में था हिस्ट्रीशीटर
सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में विकास दुबे ने कई लोगों से बात की थी , जिनमें से कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है । इन लोगों से विकास दुबे की बातचीत हुई थी । हैरानी की बात है कि विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं । इस सबके बाद ही यह बात उठ रही है कि चौबेपुर के दरोगा ने ही पुलिस टीम द्वारा उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड मारने की मुखबरी कर दी थी ।
अभी तक नहीं मिला कोई सुराग
यूपी पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम भी गैंगगेस्टर विकास दुबे की तलाश में जुटी है । हालांकि अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है । इस सबके मद्देनजर बदस्तूर विकास के छिपे होने के ठिकानों पर दबिश जारी है । यूपी पुलिस की ऐसी 20 टीमें अलग अलग जिलों में दबिश देती रहीं । विकास दुबे के नेपाल भागने की भी आशंका है, लिहाजा लखीमपुर खीरी जिले की पुलिस भी अलर्ट पर है ।