लखनऊ । दिल्ली में हेल्थ इमरजेंसी लागू होने के बाद अब यूपी में भी बढ़ते प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर शाम एक आपात बैठक बुलाई । सीएम योगी की बैठक में स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को फॉगिंग करने का निर्देश भी दिया गया । प्रत्येक नगरीय क्षेत्रों में पीडब्ल्यूडी विभाग को आदेश दिया गया कि जिन जगहों पर प्रदूषण ज्यादा है, वहां कुछ समय के लिए निर्माण कार्य रोक दिया जाए । मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि वह यह सुनिश्चित करे कि किसान प्रदेश में कहीं भी पराली न जलाएं । सीएम योगी ने इस संबंध में किसानों को जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने खेतों में पराली जलाने से जमीन की उत्पादकता पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी किसानों को देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही शनिवार सुबह लखनऊ समेत कुछ शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए पेड़ों पर जहां छिड़काव किया जा रहा है , वहीं सड़कों पर पड़ी धूल पर भी छिड़काव का काम शुरू हो गया है ।
विदित हो कि पंजाब हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाने और दीपावली के दौरान बढ़ता प्रदूषण जानलेवा स्तर पर पहुंच गया है । राजधानी दिल्ली में स्कूल बंद करने के साथ हेल्थ इमरजेंसी लागू कर दी गई है तो वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर आपात बैठक बुलाई ।
बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर शाम संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की । जिसमें फैसला लिया गया कि जहां भी निर्माण कार्य किया जा रहा है उसे कवर किया जाए । इसके अलावा जिन जगहों पर धूल हो वहीं पानी का छिड़काव किया जाए । कूड़े का सही निस्तारण किया जाए ।
वहीं देश की राजधानी दिल्ली की हवा दमघोंटू हो गई है । दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 470 पर है, जो कि खतरनाक स्तर है । दिल्ली की खराब हवा का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जहरीली हवा की गंभीरता को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम एवं नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) को पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करनी पड़ी है । इतना ही नहीं दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को 5 नवंबर तक बंद करने के आदेश दे दिए हैं ।