नई दिल्ली । देश में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन जारी है । हालांकि लॉकडॉउन 2 के खत्म होने में अब मात्र 2 दिन बचे हैं , लेकिन इससे पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना के चलते संक्रमित इलाकों के हिसाब से रेड - ऑरेंज और ग्रीन जोन की एक सूची जारी की है । ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन का बढ़ना तय है । इसी बीच राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री और सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह, भाजपा सरकार में मंत्री रहे भवानी सिंह राजावत और कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक बलवंत पुनिया ने एक साथ आकर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर शराब की बिक्री जल्द शुरू कराने की मांग की है। भले ही वैचारिक सोच में तीनों नेताओं के सुर हमेशा अलग अलग होते हैं , लेकिन शराब के ठेके खोलने के लिए तीनों ने एक ही मांग की है । खास बात ये है कि इन नेताओं से ठेके खोलने के पीछे गले में ही वायरस को मारने , देवताओं के भी युद्ध से पहले मदिरा पान करने का हवाला दिया है।
बता दें कि कांग्रेसी विधायक भरत सिंह ने तो यह लिखा है कि अगर अल्कोहल से हाथ धोने से कोरोना मर रहा है, तो शराब पीने से वायरस गले में ही मर जाएगा। सरकार को पैसा भी मिलेगा और वायरस भी मर जाएगा , इसलिए शराब की बिक्री जल्द शुरू की जाए , वहीं, भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत ने तो यहां तक कह दिया कि सतयुग में भी देवता सोमरस का पान किया करते थे । उन्होंने कहा है कि कोरोना काल में शराब से वंचित रखना ठीक नहीं है । बड़े-बड़े महापुरुष और देवता जब युद्ध में जाते थे, तो युद्ध से पहले दुश्मनों के नाश के लिए सोमरस का सेवन करते थे । उन्होंने कोरोना से लड़ाई के लिए मदिरा पान को जरूरी बताया है।
शराब की बिक्री शुरू करने के लिए सबसे पहले पत्र कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक बलवंत पुनिया ने लिखा. पुनिया का कहना है कि शराब की लत वाले लोग परेशान हैं और सरकार को भी घाटा हो रहा है । इसलिए इसकी बिक्री शुरू की जानी चाहिए ।
इतना ही नहीं गहलोत सरकार भी शराब के ठेके खोलने के पक्ष में नजर आ रही है । सरकार की ओर से शराब की कीमतों में 10 फीसदी इजाफा करने के ऐलान के साथ ही ठेकेदारों से शराब की डिलीवरी लेने को कहा जा चुका है । हालांकि, प्रदेश में शराब की दुकानें अभी खुल नहीं रही हैं ।