पटना। बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। अपराधी इतने बेखौफ हो चुके हैं कि वे कभी भी और कहीं भी वारदात को अंजाम दे देते हैं। सुरक्षा व्यवस्था की लचर स्थिति का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुजफ्फरपुर में पूर्व मेयर की सरेशाम हत्या के बाद अब एक बार फिर से इसी इलाके के कारोबारी का अपहरण करने के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस अभी भी अपराधियों का पता नहीं लगा पाई है।
गौरतलब है कि बिहार में सुरक्षा व्यवस्था की गिरती स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ दिनों पहले उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने अपराधियों से पितृपक्ष में आपराधिक वारदातों को अंजाम न देने का हाथ जोड़कर अनुरोध किया था। बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर के कारोबारी को अपराधियों ने पहले अगवा किया और परिवार वालों से डेढ़ करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की। खबरों के अनुसार कारोबारी के परिजन फिरौती की रकम देने के लिए तैयार भी हो गए थे लेकिन इससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई।
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यहां बता दें कि कारोबारी को 3 दिनों पहले उठाया गया था। इसके बाद परिवार वालों की तरफ से थाने में अपहरण और फिरौती मांगने का आवेदन दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में एसआईटी का गठन भी कर दिया था। अब व्यापारी की लाश मिलने से परिवार में शोक की लहर है। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले भी मुजफ्फरपुर में ही पूर्व मेयर समीर कुमार की एके 47 से हत्या कर दी गई थी। इसके बाद विपक्ष सरकार पर पूरी तरह से हमलावर हो गई थी।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि शासन रौब से चलता है अपराधियों के सामने मिमियाने से नहीं। बताया जा रहा है कि शहर की एसएसपी हरप्रीत कौर के तबादले के बाद आपराधिक वारदात में इजाफा हो गया है।