नई दिल्ली । देश में कोरोना के चलते मरने वालों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है । अगर बात राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की करें तो यहां भी स्थिति अभी खराब ही है । भले ही पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में रोड जोन का आंकड़ा घटता बढ़ता जा रहा हो , लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी लिस्ट में दिल्ली को रेड जोन में ही रखा है । इस सबके बीच दिल्ली सरकार ने भी अपने यहां रेज जोन से बाहर निकलने की रणनीति बनाई है । भले ही लॉकडाउन -2 की समयसीमा खत्म होने के साथ ही देश के कुछ हिस्सों में छूट देने की रणनीति बनाई जा रही है , वहीं दिल्ली में सख्ती को बढ़ाते हुए दिल्ली सरकार ने फैसला लिया है कि अब अगले 14 दिनों में , इन इलाकों में रहने वाले लोगों की तीन बार स्क्रीनिंग की जाएगी । इसी क्रम में नोएडा - गाजियाबाद , फरीदाबाद के साथ ही अब गुड़गांव के बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है ।
विदित हो कि दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस के कुल 3515 केस सामने आ चुके हैं । गुरुवार को राजधानी में 76 नए मामले सामने आए थे । अबतक दिल्ली में कोरोना वायरस की वजह से 59 लोगों की मौत हो चुकी है ।
इस सबके बीच दिल्ली में शुक्रवार तक 98 हॉटस्पॉट हैं । इन इलाकों को कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल किया गया है। ऐसे में केजरीवाल सरकार किसी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती । इसी के चलते इलाके के लोगों की अगले 14 दिन में तीन बार स्कीनिंग होगी ।
जिन इलाकों में अभी तक पूरे कंटेनमेंट जोन की स्क्रीनिंग नहीं हुई है, तो फिर अगले तीन दिनों में सबसे पहले वहां पर ये काम पूरा किया जाएगा । स्क्रीनिंग के बाद अगर किसी में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाते हैं, तो फिर प्रोटोकॉल के हिसाब से टेस्ट करवाया जाएगा । बता दें कि बीते कुछ दिनों में कंटेनमेंट जोन इलाकों में कोरोना वायरस के नए मामले सामने आए हैं, यही वजह है कि सरकार अब सख्ती से आगे बढ़ रही है । अगर किसी कंटेनमेंट जोन में 10 हजार से अधिक की जनसंख्या होगी, तो वहां पर माइक्रो लेवल प्लानिंग के आधार पर स्क्रीनिंग होगी ।