नई दिल्ली । महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर कांग्रेस ने अपनी महाराष्ट्र इकाई के 6 वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली तलब किया है । कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में कुछ मुद्दों पर एक राय बनने के बाद पार्टी आलाकमान ने महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंथन बैठक के लिए बुलाया है , लेकिन इस सब के बीच खबरें आ रही हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण शिवसेना के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है । उनके साथ कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं का भी कुछ ऐसा ही सोचना है । यही कारण है कि वर्किंग कमेटी में कुछ मुद्दों पर आम राय बनने के बावजूद कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले और नेताओं को 4 बजे दिल्ली बुलाया है । इस सब के बीच अगर चव्हाण अगर अपनी बात पर अड़े तो यह भी संभावना जताई जा रही है कि सोनिया गांधी शिवसेना और एनसीपी के महाराष्ट्र में सरकार गठन के सपने को तोड़ सकती हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर कांग्रेस के भीतर दोफाड़ नजर आ रही हैं । इस मुद्दे पर सोमवार सुबह कांग्रेस वर्किंग कमेटी की एक बैठक हुई , जिसमें कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका । हालांकि इस सब के बीच कांग्रेस के महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने जयपुर में मौजूद कांग्रेस के 44 में से 37 विधायकों की उस राय को भी पार्टी वर्किंग कमेटी के सामने रखा , जिसमें इन विधायकों ने शिवसेना को बिना शर्त समर्थन देने की बात कही । लेकिन इस मुद्दे पर मंथन बैठकों का दौर जारी है । खुद सोनिया गांधी शिवसेना के साथ कांग्रेस और उनके वैचारिक मतभेद को भुलाकर सरकार बनाने की कवायद को लेकर ज्यादा सहज नहीं हैं ।
बहरहाल , राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम रह चुके पृथ्वीराज चव्हाण के भी इस शिवसेना को समर्थन नहीं देने के पक्षधर होने की सूरत में पार्टी अब बैठक के बाद क्या फैसला लेती है यह तो आने वाला समय बताएगा , लेकिन इससे पहले मानिक राव ठाकरे ने कहा कि जब पार्टी कोई फैसला लेती है तो वह सभी पार्षदों , विधायकों और सांसदों के साथ नेताओं के लिए मान्य होता है । महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे को लेकर राज्य के 6 वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली तलब किया गया है । उनसे कुछ मुद्दों पर चर्चा के बाद संभवता 5 बजे तक कोई फैसला सामने आ पाएगा ।
इस दौरान जब उनसे शिवसेना के साथ वैचारिक मतभेद होने का सवाल किया गया तो वह बोले कि शिवसेना के साथ मतभेद तो है लेकिन जो भी फैसला होगा वह लोगों के लिए मान्य होगा ।