लखनऊ। उत्तरप्रदेश सरकार ने फर्जी तरीके से चलने वाले मदरसों पर अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। योगी आदित्यनाथ ने साफ तौर पर कह दिया है कि मदरसा बोर्ड से बिना मान्यता प्राप्त करीब 2500 से ज्यादा मदरसे अगर अपनी जानकारी आॅनलाइन पोर्टल पर दर्ज नहीं कराते हैं तो उनकी मान्यता रद्द कर कार्रवाई की जाएगी।
फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने की कवायद
गौरतलब है कि राज्य में बड़े पैमाने पर मदरसों का संचालन किया जा रहा है। उत्तरप्रदेश की शिक्षा परिषद ने मदरसों के नाम पर हो रहे फर्जीवाडे पर लगाम लगाने के लिए एक पोर्टल बनाया है। सभी मदरसों को इस पोर्टल पर अपनी हर जानकारी मुहैया करानी थी। जिन 16461 मदरसों की जानकारी पोर्टल पर मौजूद है उनकी मान्यता बरकरार रहेगी और उन्हें सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जाएगा लेकिन जिन्होंने भी अपनी जानकारी नहीं दी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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जानकारी नहीं देने वालों पर होगी कार्रवाई
आपको बता दें कि जानकारी मुहैया न कराने वाले मदरसों की तादाद 2500 से भी ज्यादा है। यहां बता दें कि वेब पोर्टल पर विवरण अपलोड करने वाले इस वेबसाइट पर सभी 19143 मदरसों को अपना विवरण अपलोड करना था। इसमें शिक्षक, अन्य स्टाफ, छात्रों के विवरण के अलावा भवन की फोटो, कक्षा की माप और दूसरी जानकारियां भी शामिल थीं। वेब पोर्टल पर जानकारी देने की तारीख दो बार आगे भी बढ़ाई गई, पहले इसकी अंतिम तिथि 15 सितम्बर थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितम्बर और फिर 15 अक्टूबर किया गया इसके बावजूद मात्र 16461 मदरसों ने ही अपनी जानकारी पोर्टल पर दर्ज की है। मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार राहुल गुप्ता ने कहा कि अब बाकी बचे मदरसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।