लातेहार । केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को झारखंड विधानसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी की पहली बड़ी चुनावी रैली में शिरकत की । इस दौरान उन्होंने राममंदिर मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के आए फैसले को जोर शोर से उठाया। उन्होंने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर श्रीराम जन्मभूमि विवाद को लेकर तीखी बयानबाजी के साथ ही मंदिर निर्माण को टालने की साजिश के आरोप लगाए । इस दौरान उन्होंने कहा- आज पूरे देश में मात्र कुछ लोगों को छोड़कर हर कोई चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए, मगर कांग्रेस पार्टी केस ही नहीं चलने देती थी । देश के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला करके सहमति से ये निर्णय किया है । ऐसे में अयोध्या में आसमान छूता राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा ।
झारखंड के लातेहार में आयोजित एक चुनावी रैली में अमित शाह बोले - अयोध्या में जहां श्रीराम का जन्म हुआ था, वहीं अब भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा । इतने साल से यह मामला कोर्ट में अटका हुआ था लेकिन अब ऐतिहासिक फैसला आ गया है । हम भी चाहते थे कि संवैधानिक रूप से इस विवाद का रास्ता निकले और देखिए श्रीराम की कृपा से सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय कर दिया और उनके निर्णय से उसी स्थान पर भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता खुल गया है ।
अमित शाह ने कहा, देश का हर व्यक्ति चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बने लेकिन कांग्रेस लगातार रोड़ा अटकाती रही है । उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वोट के लालच में कांग्रेस ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 का समाधान नहीं निकाला । नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत माता के मुकुट पर लगे इस कलंक को हटाकर इस समस्या का समाधान कर दिया । उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार ने झारखंड को केवल 55 हजार करोड़ रुपये दिए थे । जबकि, नरेंद्र मोदी सरकार ने झारखंड के विकास के लिए इससे छह हजार गुना अधिक धन 3 लाख 8 हजार 487 करोड़ रुपये दिए हैं ।
शाह ने कहा कि आदिवासी भाइयों-बहनों के लिए मोदी सरकार ने बहुत काम किए हैं । 5 साल के अंदर आदिवासियों का गौरव बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है । डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड का हमने गठन किया, इस फंड से 32 हजार करोड़ रुपये आदिवासी भाइयों-बहनों के विकास के लिए दिए गए ।
इस दौरान शाह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के सपने को पूरा करने के लिए मोदी सरकार दिन-रात काम कर रही है । झारखंड की रघुवर दास की सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने की दिशा में सबसे बड़ा काम किया है । रघुवर सरकार ने 5 साल के अंदर झारखंड में नक्सलवाद को खत्म करने काम किया है । इसी का परिणाम है कि प्रदेश के हर गांव में बिजली, रोड, चूल्हा आदि पहुंच चुका है । यह इसलिए संभव हो पाया कि झारखंड में डबल इंजन की सरकार है ।