ग्वालियर । मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर 'प्रचंड' विरोध की लहर उठी है । इस लहर को उठाने वाले कोई ओर नहीं बल्कि राज्य के दिग्गज कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया है । सूत्रों के अनुसार , उन्होंने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनाया गया तो वह पार्टी छोड़ देंगे । हालांकि यह पहला मौका नहीं है जब उनके बगावती तेवर नजर आए हों । पिछले कुछ समय में वह मुखर होकर अपनी राय पार्टी के सामने रखते रहे हैं। पिछले दिनों ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के जम्मू कश्मीर से धारा 370 के प्रावधान हटाए जाने का खुलकर समर्थन किया था । एक बार फिर से वह बागी तेवर में नजर आ रहे हैं ।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में मध्य प्रदेश सरकार की कमलनाथ सरकार के कैबिनेट मंत्री और सिंधिया समर्थक प्रद्धुमन सिंह तोमर ने कहा है कि यह केवल अफवाह है, सिंधिया जी पद की लालसा में कभी नहीं रहते है । वह सिर्फ समाजसेवा के लिए राजनीति करते हैं । कुछ लोग हैं, जो ऐसी अफवाह फैला रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के लोगों की भावना है कि सिंधिया जी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया जाए । प्रद्धुमन सिंह का कहना है उनके समर्थक उन्हें प्रदेशाध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं।
विदित हो कि पिछले दो-तीन दिन से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर सिसासी घमासान मचा हुआ है । राज्य के कुछ दिग्गज नेता इस पद के लिए अपनी दावेदारी रख रहे हैं । इस बीच कमलनाथ खुद शुक्रवार दोपहर सोनिया गांधी से इसी मसले को लेकर मिले हैं। इस सब के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से पार्टी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोकने की बातें आई हैं, जिसके बाद कहा जा रहा है कि सिंधिया भाजपा में भी शामिल हो सकते हैं।