पटना । राज्यसभा सांसद और राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी मीसा भारती के एक विवादित बयान ने राज्य की सियासी माहौल को गर्मा दिया है। सीमा भारत ने पटना के ब्रिकम में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव का हाथ गंड़ासे से काटने की बात कही। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले तक मैं रामकृपाल यादव का काफी सम्मान करती थी, लेकिन अब सम्मान सब खत्म। उन्होंने तो सुशील मोदी से हाथ मिला लिया है। उनके इस बयान के बाद राज्य का सियासी माहौल गर्मा गया है।
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असल में राजद के कोटे से राज्यसभा सांसद बनी मीसा भारती ने कार्यर्ता सम्मेलन में कहा कि जिस दिन रामकृपाल यादव, सुबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी की किताब लेकर खड़े हुए थे, उस दिन मेरी ऐसी इच्छा हुई कि उसी गंडासे से मैं रामकृपाल का हाथ काट दूं, जिससे कभी जानवरों के लिए चारा काटा करते थे।
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इस दौरान मीसा भारती उस किताब की बात कर रहीं थी, जिसे सुशील मोदी ने लालू यादव के जीवन पर लिखा था, इस किताब का नाम है लालू लीला। कार्यक्रम में मीसा भारत ने कहा कि इस किताब को लेकर वहीं रामकृपाल यादव खड़े हो गए, जिन्हें लालूजी ने कभी राजनीति सिखाई। वहीं ऐसे भीतरघाती हो गए कि लालूजी के विरोधियों से हाथ मिला बैठे।
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हालांकि इस दौरान मीसा भारती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हिदायत दी कि पार्टी का कोई भी संभावित प्रत्याक्षी अपनी दावेदारी पर खुलकर बात न करें। अभी सीटों पर अंतिम फैसला आना है। पार्टी के कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में काम करते रहें। राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव टिकटों को लेकर अंतिम फैसला करेंगे।
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