गाजियाबाद । उत्तर प्रदेश में राम मंदिर निर्माण को विवादों में लाने के बाद सुबे में सांप्रदायिक दंगे भड़काने की साजिश का खुलासा हुआ है । असल में गाजियाबाद के लोनी में हुए दाढ़ीकांड की आड़ में सुबे की सियासत में उबाल लाने की कोशिश की गई थी , जिसका पर्दाफाश हो गया है । खबर है कि चमत्कारी ताबीज के चक्कर में बुजुर्ग अब्दुल समद की दाढ़ी काटने के मामले में वीडियो बनाकर दंगा भड़काने की साजिश रचने के आरोपी और समाजवादी पार्टी के नेता उम्मेद पहलवान को यूपी पुलिस जल्द गिरफ्तार कर सकती है। उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश का क्रम बदस्तूर जारी है ।
पहले जानें क्या है मामला
विदित हो कि हाल में एक वीडियो सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर बहुत तेजी से वायरल हुआ , जिसमें कुछ लोग एक बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई की थी और उसकी दाढ़ी काटी । इस पूरे प्रकरण का एक वीडियो वायरल हुआ , जिसमें आरोप लगाए गए कि हिंदुओं ने इस मुस्लिम बुजुर्ग की दाढ़ी काटी । इसके बाद समाजवादी पार्टी के एक नेता उम्मेद पहलवान ने अब्दुल समद के साथ फेसबुक लाइव किया । इस दौरान उन्होंने काफी भड़काऊ बातें कहीं । यहां तक की उन्होंने दंगा भड़काने की साजिश तक रची । फेसबुक लाइव में अब्दुल समद ने झूठ कहा कि जय श्री राम का नारा नहीं लगाने पर उसको मारा-पीटा गया और उसकी दाढ़ी काट दी गई । इसके बाद उम्मेद पहलवान ने भी दूसरे समुदाय को अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
जांच में सच आया सामने
मामला पुलिस में दर्ज हुआ तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई । सामने आया कि एक चमत्कारी ताबीज के चक्कर में कुछ लोगों ने बुजुर्ग की दाढ़ी काटी थी । इस हरकत को अंजाम देने वाले सिर्फ एक ही समुदाय के नहीं थे , बल्कि उसमें कई मुस्लिम समाज के भी लोग थे । सामने आया है कि अब्दुल समद के साथ मारपीट करने वाले आरोपी सिर्फ एक समुदाय के नहीं थे, फिर भी इस मामले को सांप्रदायिक बताकर दंगा भड़काने की कोशिश की गई।
ट्वीटर पर वायरल हुआ वीडियो
अब्दुल समद के एक झूठे वीडियो को आधार बनाते हुए काफी संख्या में लोगों ने इसे ट्वीटर पर शेयर करना शुरू कर दिया । इसके बाद ट्विटर इंडिया समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई । इस मामले में मुख्य आरोपी सपा नेता उम्मेद पहलवान बताया जा रहा है । उसकी धरपकड़ में पुलिस ने बिजनौर में भी दबिश दी , लेकिन वह वहां नहीं मिला । पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है ।