नई दिल्ली । भले ही पंजाब कांग्रेस कमेटी में सब कुछ ठीक होने की बातें कहीं जा रही हों, लेकिन असल में ऐसा हुआ है, यह कहना अभी मुश्किल है । ऐसी आशंकाएं इसलिए भी हो रही है क्योंकि पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से अपनी ही सरकार पर फिर से सवाल उठाते हुए ट्वीट किए हैं , जिसमें राज्य में नशे के फैले कारोबार को लेकर सरकार से सवाल पूछे गए हैं । इस पूरे घटनाक्रम से एक बार फिर से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह नाराज हो गए हैं और वह इस मुद्दे को लेकर एक बार फिर से दिल्ली में पार्टी आलाकमान यानी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने आज दिल्ली पहुंच रहे हैं।
विदित हो कि नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस कमेटी में कोई भी पद देने का कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भारी विरोध किया था , बावजूद इसके पार्टी आलाकमान ने उन्हें पंजाब कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाकर अपनी मंशा जाहिर कर दी थी । बुझे मन से कैप्टन को सिद्धू के साथ एक मंच साझा करना पड़ा । लेकिन दोनों के बीच गतिरोध थमा नहीं है ।
नवजोत सिद्धू ने सोमवार को कुछ ट्वीट किए । एक ट्वीट में सिद्धू ने लिखा फरवरी 2018 में, एडीजीपी हरप्रीत सिद्धू की अध्यक्षता में एसटीएफ ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में 'स्टेटस रिपोर्ट' दायर की, जिसमें ईडी द्वारा दर्ज किए गए बयानों और सबूतों की जांच की गई । बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और नशीले पदार्थों की तस्करी में अन्य के शामिल के मामले में रखे गए थे।
वहीं दूसरे ट्वीट में सिद्धू ने कहा, 'हाई कोर्ट ने पंजाब सरकार को एसटीएफ रिपोर्ट पर कानून के अनुसार आगे बढ़ने के लिए कहा था । 23 मई 2018 को सरकार ने कोर्ट ओपिनियन-कम-स्टेटस रिपोर्ट के समक्ष दायर किया, जो अभी भी सीलबंद लिफाफे में कैद है । ढाई साल की देरी के बाद पंजाब के लोगों को और कितना इंतजार करना चाहिए?'
सिद्धू के इस ट्वीट वार से आहत अमरिंदर सिंह अब दिल्ली में एक बार फिर से सोनिया गांधी से मुलाकात करने दिल्ली आ रहे हैं । अमरिंदर पहले भी सिद्धू को पार्टी में कोई पद दिए जाने के विरोध में थे , लेकिन सिद्धू के साथ विधायकों का एक बड़ा धड़ा मौजूद है , जिसके चलते अब अमरिंदर भी दबाव में हैं ।