पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को अपनी पार्टी के नेता पवन वर्मा को दो टूक कहा कि अगर वह किसी दूसरी पार्टी में जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं, जिस भी पार्टी को वह पसंद करते हैं । इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी के अगर किसी नेता के पास कोई मुद्दा या कोई बात है तो वह पार्टी या पार्टी बैठकों में इस पर चर्चा कर सकता है, लेकिन इस तरह के सार्वजनिक बयान आश्चर्यजनक हैं । उन्होंने पवन वर्मा का नाम न लेते हुए कहा कि इस सब के बीच अगर वह किसी दूसरे दल में जाना चाहते हैं जो जा सकते हैं उन्हें मेरी शुभकामनाएं ।
बता दें कि गत दिनों जनता दल यूनाइटेड नेता पवन वर्मा ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के उस बयान की खुलेआम आलोचना की थी, जिसमें मई से सितंबर के दौरान बिहार में NPR लागू करने का ऐलान किया गया था । पवन शर्मा भाजपा के साथ पार्टी के गठबंधन को लेकर भी लगातार आवाज उठाते रहे हैं । पवन वर्मा के साथ ही जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर भी कई बार पार्टी लाइन के खिलाफ जा चुके हैं । प्रशांत ने सबसे पहले NRC को लेकर मुद्दा उठाया था ।
इन सब बयानों के बाद गुरुवार को नीतीश कुमार ने अपने बयान में पवन वर्मा को किसी दूसरे दल के पसंद आने पर वहां जाने की नसीहत दे डाली । साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी नेता को कोई बात रखनी है तो पार्टी की बैठकों में रखें , यूं सार्वजनिक मंच पर ऐसे बयान देना ठीक नहीं
नीतीश कुमार के इस बयान पर पवन वर्मा ने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष के इस बयान का स्वागत करते हैं कि पार्टी में बहस की जगह है । फिलहाल मैं अपने पत्र के जवाब का इंतजार कर रहा हूं और जवाब आने के बाद ही आगे की राह तय करूंगा ।
इस सब के बीच पटना में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा था कि ये दोनों नेता पार्टी लाइन के खिलाफ जाकर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं । उनकी बयानबाजी से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ता है । उन्होंने दोनों नेताओं पर एक्शन लेने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत करने की बात कही थी ।