कानपुर । यूपी के कानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर को हंगामा कर छुड़वाने के मामले में अब यूपी पुलिस भाजपा के एक नेता को आरोपी बनाकर उनकी धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है । आरोप है कि भाजपा नेता नारायण भदौरिया ने पुलिस अभिरक्षा से वांछित अपराधी और इनामी हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को भगाने में मदद की । इतना ही नहीं पुलिस के कामकाज में बाधा उत्पन्न करने के मामले में भी उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है , जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है । इस बीच भाजपा ने भदौरिया पर कार्रवाई करते हुए उसे पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है।
बता दें कि भाजपा दक्षिण जिला मंत्री नारायण भदौरिया का उस्मानपुर के एक गेस्ट हाउस में जन्मदिन मनाया जा रहा था । इस पार्टी में हत्या - हत्या की साजिश , लूट - बलात्कार जैसे 34 मामलों में वांछित अपराधी मनोज सिंह भी पहुंचा , लेकिन पुलिस को भी उसके इस पार्टी में पहुंचने की सूचना मिल गई ।
मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए नोबस्ता थाने की पुलिस ने समारोह में पहुंचकर वांछित आरोपी मनोज सिंह को गिरफ्तार कर लिया । इसके बाद पुलिस उसे वहां से ले जाने लगी तो भाजपा नेता भदौरिया अपने कई साथियों के साथ वहां पहुंचे और पुलिस से उसे छोड़ने को कहा । पुलिस ने इनामी अपराधी को छोड़ने से मना किया तो , भदौरिया ने अपने साथियों के साथ पुलिस जीप को घेर लिया और पुलिस से झड़प तक करने लगे । इस बीच पुलिस टीम लोगों को संभालने में लगी तो किसी ने जीप में बैठाए गए अपराधी मनोज सिंह को वाहन से उतार भगा दिया ।
इस सबके बाद पुलिस के हाथ कई वीडियो लगे हैं जिसमें भाजपा के कई नेता पुलिस से अपराधी को छुड़वाने के लिए सक्रिय नजर आ रहे हैं । इस आधार पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई का खाका खिंच रहा है ।
बता दें कि खुद भाजपा नेता नारायण भदौरिया का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है । उनके खिलाफ भी 307. 308 के तहत मुकदमे दर्ज हैं ।
बहरहाल , पुलिस इस समय मनोज सिंह समेत भाजपा नेता भदौरिया को दबोचने के लिए दबिश दे रही है ।