लखनऊ । नागरिक संशोधन एक्ट को लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जारी हिंसक प्रदर्शन के बाद अब राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्शन मोड में आ गई है । यूपी में अब तक CAA के विरोध को लेकर हुई हिंसा में 12 लोगों की मौत हो गई है , जिसके बाद अब तक यूपी पुलिस ने इस एक्ट के विरोध में प्रदर्शन करने वाले 10 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है । वहीं करीब 600 उपद्रवियों को विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया है । अकेले मेरठ पुलिस ने 250 लोगों को गिरफ्तार किया है । इस सब के बाद राज्य के कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है और राज्य के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है । इस सब के बीच राज्य में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों के कई कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है ।
लखनऊ से 218 लोग गिरफ्तार
मिले इनपुट के अनुसार , यूपी पुलिस राज्य में सीएए के खिलाफ होने वाले प्रदर्शनों को लेकर अब सख्त हो गई है । मेरठ , गोरखपुर , प्रयागराज, गाजियाबाद, बहराइच, हापुड़, लखनऊ, बाराबंकी समेत प्रदेश के विभिन्न जगहों पर हुई हिंसा के मामले में करीब 10,000 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं । अकेले मेरठ में जहां 250 और लखनऊ में 218 लोगों को गिरफ्तार किया गया है , वहीं गाजियाबाद में 3600 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई है । ऐसी जानकारी मिली है कि लखनऊ में हिंसा फैलाने में गिरफ्तार लोगों में 6 पश्चिम बंगाल के मालदा निवासी हैं । इसके अलावा, हिंसा करने वाले कई उपद्रवी लखनऊ छोड़कर भाग चुके हैं ।
गोरखपुर में हिंसा फैलाने वालों की पहचान
गोरखपुर पुलिस ने ट्वीट करके बताया कि शुक्रवार को हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर ली गई है । आरोपियों की तस्वीर शेयर करते हुए गोरखपुर पुलिस ने ऐलान किया कि सूचना देने वालों को उचित इनाम दिया जाएगा । डीजीपी ने बताया कि शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि हिंसा में बाहरियों का हाथ हो सकता है । डीजीपी ने एनजीओ और राजनीतिक दलों की भूमिका पर भी संदेह जताया और कहा कि सभी एंगल से जांच चल रही है । अमरोहा में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल में 55 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है , वहीं 1500 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है ।
सरकारी संपत्ति का नुकसान करने वालों पर कार्रवाई
वहीं योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुपालन में सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है । आरोपियों पर जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना नहीं देने पर उनकी संपत्तियां कुर्क किया जाएगा। सीएम ने दोहराया है कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए।
अब तक 12 लोगों की मौत
बता दें कि सीएए को लेकर यूपी के विभिन्न जिलों में हिंसा हो चुकी है , जिसमें अब तक 12 लोगों की मौत हो चुक है । इनमें मेरठ के 4, जबकि फिरोजाबाद, बिजनौर, कानपुर में क्रमश 3-2 जबकि संभल में एक की मौत हुई है ।