देहरादून। स्वास्थ्य संसाधनों की कमी से जूझ रहे उत्तराखंड को फिल्म निर्देशक ने एक और झटका दिया है। आजादी की लड़ाई पर बनी फिल्म ‘रागदेश’ की शूटिंग के दौरान दून अस्पताल से कुछ बेड मंगवाए गए थे, शूटिंग के बाद युनिट मुुंबई लौट गई लेकिन अस्पताल को बेड अभी तक वापस नहीं मिले हैं। अब फिल्म के निर्देशक तिग्मांशू धूलिया को अस्पताल प्रशासन की ओर से चिट्ठी लिखी गई है।
फिल्म की शूटिंग में दिए बेड
गौरतलब है कि उत्तराखंड की कुदरती खूबसूरती हमेशा से फिल्म निर्माताओं को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। पिछले साल फिल्म ‘रागदेश’ की शूटिंग यहां हुई थी। मालदेवता इलाके में हुई शूटिंग के दौरान आजाद हिन्द फौज के अस्पताल का सेट बनाया गया था इसके लिए फिल्म निर्माण में लगी टीम के कुछ लोग दून अस्पताल प्रबंधन से मिले थे और देशभक्ति पर आधारित फिल्म बनाने का हवाला देते हुए 15 बेड देने का आग्रह किया।
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नहीं मिले बेड वापस
आपको बता दें कि अस्पताल प्रशासन ने भी उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाले निर्देशक तिग्मांशू धुलिया का नाम सुनकर बेड दे दिए। यहां तक की फिल्म के लिए डाॅक्टरों की टीम भी मुहैया कराई। फिल्म की शूटिंग पूरी होने के बाद युनिट तो बोरिया बिस्तर समेट कर मुंबई लौट गई लेकिन अस्पताल को उसके बेड नहीं लौटाए गए, अस्पताल पहले ही बिस्तरों की कमी से जूझ रहा है ऐसे में बेड वापस नहीं मिलने से उसकी परेशानियां और बढ़ गई हैं।
निर्देशक को लिखा पत्र
अस्पताल प्रबंधन ने इसे लापरवाही के साथ ही भरोसा तोड़ने वाला कृत्य माना। प्रबंधन ने फिल्म निर्माता तिग्मांशु धुलिया को इस संबंध में पत्र लिखा है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केके टम्टा ने बताया कि कई बार बेड के बारे में संपर्क किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अब अस्पताल में मरीजों का दबाव है। लिहाजा, बेड वापस मांगे जा रहे है। अस्पताल प्रशासन ने निर्देशक तिग्मांशू धुलिया को पत्र लिखकर बेड वापस मांगी है।