देहरादून। आजीवन कारावास की सजा झेल रहे राज्य सभा के पूर्व सांसद डीपी यादव ने आज देहरादून के सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसे अभिरक्षा में लेकर सुद्धोवाला जेल भेज दिया है जहां से उसे बाद में दिल्ली की तिहाड़ जेल भेजा जाएगा। बता दें कि डीपी यादव को अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए 15 दिनों का पैरोल मिला था।
सीबीआई कोर्ट में किया सरेंडर
गौरतलब है कि 28 फरवरी 2015 को देहरादून की सीबीआई कोर्ट से भाटी हत्याकांड में सजा सुनाए जाने के बाद से डीपी यादव दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। 20 अगस्त 2017 को उनके पिता तेजपाल सिंह का निधन हो गया था। इसके बाद डीपी यादव को 15 दिन की ही पैरोल मंजूर हुई थी। पैरोल की अवधि पूरा होने से पहले ही डीपी यादव ने सरेंडर कर दिया है।
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ये था मामला
आपको बता दें कि 13 सितंबर 1992 को गाजियाबाद क्षेत्र के भंगेल रोड पर विधायक भाटी अपने समर्थकों के साथ बंद फाटक के खुलने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान एक वाहन में सवार हथियारबंद बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इसमें भाटी व उनके साथी उदय प्रकाश की मौत हो गई थी। बाद में डीपी यादव व उनके साथियों का नाम सामने आया। पुलिस ने हत्या के दौरान प्रयोग की गई गाड़ी भी बरामद की थी। इस हत्या के मामले में डीपी यादव को देहरादून की अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इस मामले में कोर्ट ने तीन अन्य आरोपियों को भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।