देहरादून। शिक्षकों की जिन मांगों पर सहमति बनी उसके शासनादेश लागू न होने से शिक्षामंत्री नाराज हो गए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत में मानी गईं शिक्षकों की मांगों के संबंध में शीघ्र शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। दूसरी तरफ ड्रेसकोड को लेकर भी सरकार और शिक्षक संगठनों के बीच तनाव खत्म नहीं हुई है। इसे देखते हुए शिक्षक दिवस के अवसर पर एक नया विवाद शुरू होने की आशंका बढ़ गई है।
सरकार और शिक्षकों में टकराव
गौरतलब है कि इसी महीने की 8 तारीख को शिक्षक संगठनों और सरकार के बीच हुई बातचीत में कुछ मांगों पर सहमति बनी थी लेकिन विभाग की तरफ से इस पर तेजी से काम नहीं किया जा रहा है। ऐसे में नाराज शिक्षक संगठनों और सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। इसकी भनक लगते ही सरकार और शिक्षा मंत्रालय में हलचल तेज हो गई है।
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शिक्षा मंत्री नाराज
मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत के बाद शासनादेश जारी होने में हो रही देरी से शिक्षामंत्री अरविंद पांडे नाराज हो गए हैं। मंत्री ने मुख्यमंत्री की बैठक के कार्यवृत्त के मुताबिक मांगों के शासनादेश जारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। यहां बता दें कि शिक्षा मंत्रालय इस बात से बिल्कुल बचनाचाहता है कि शिक्षक दिवस के मौके पर सरकार की किसी तरह की किरकिरी हो। शिक्षक संगठनों ने साफ कह दिया है कि मांगों पर कार्रवाई होने के बाद ही वे ड्रेस कोड का पालन करेंगे।
शासनादेश जारी करने की मांग
आपको बता दें कि प्रदेश के सबसे बड़े शिक्षक संगठन उत्तराखंड प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षक दिवस पर एक दिन के राज्यस्तरीय धरना देने का एलान किया है। वहीं जूनियर हाईस्कूल प्राथमिक शिक्षक संघ और राजकीय शिक्षक संघ भी जिन मांगों पर सहमति बनी है, उनके शासनादेश जारी किए बगैर ड्रेस कोड अपनाने के पक्ष में नहीं है। शिक्षक संगठन कार्यवृत्त के हफ्ते भर बाद भी शासनादेश जारी न होने से उन्हें सरकार की नीयत पर भरोसा नहीं हो रहा है।