अल्मोड़ा। पहाड़ चढ़ने में सिर्फ डाॅक्टी ही नहीं हांफते हैं बल्कि सरकारी अधिकारियों का भी यही हाल है। अल्मोड़ा के जिलाधिकारी सविन बंसल जिले के दूर-दराज इलाके के गांवों की परेशानी जानने के लिए निकले तो उनके साथ अन्य विभागों के अधिकारी भी थे। करीब 13 किलोमीटर की पैदल दूरी तय करने में आॅफिसर इतने थक गए कि वे जिलाधिकारी को बीच रास्ते में ही छोड़कर निकल लिए। अब जिलाधिकारी ने लापरवाह अधिकारियों के वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
पहली बार पहुंचे डीएम
गौरतलब है कि अल्मोड़ा के डीएम सविन बंसल जिले के दूरस्थ गांवों का हाल जानने के लिए 13 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे। गांव जाते हुए डीएम ने अपने साथ अन्य विभागों के अफसरों को भी साथ में ले लिया। गांव पहुंचते-पहुंचते ये अधिकारी हांफ गए और वह डीएम को छोड़कर धीरे से भाग निकले। इससे नाराज जिलाधिकारी ने अफसरों का वेतन काटने का निर्देश दिया है। यहां बता दें कि अल्मोड़ा जिले के विकास खंड भैंसियाछाना के गांव धौलनैली, बौढ़ा, थिकलना में पहली बार कोई जिलाधिकारी पहुंचा है।
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डीएम ने दिए ये निर्देश...
आपको बता दें कि डीएम के साथ गए वन विभाग, कृषि, उद्यान व खाद्य विभाग के अधिकारी आधे रास्ते ही खिसक गए। गांव पहुंचकर जब सविन बंसल ने चैपाल के दौरान जब संबंधित अधिकारियों के बारे में पता किया तो पता चला की सभी अधिकारी आधे रास्ते से ही गायब हो गए। यहां बता दें कि बंसल ने गांव त्रिनैली के प्राथमिक विद्यालय में चैपाल लगाई। जिसमें गांव वालों की तरफ से पेयजल की समस्या बताई गई। जिसे दूर करने करने के लिए उन्होंने अधिशासी अभियंता जल संस्थान को निर्देश दिए। वहीं अधिशासी अभियंता विद्युत से एक सप्ताह के अंदर गांव का ट्रांसफार्मर बदलने के लिए कहा गया है। यही नहीं बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हुए रास्तों के साथ राशन की समस्या को भी दूर करने के निर्देश दिए गए हैं।
बच्चों के स्कूल के लिए दिए पैसे
सविन बंसल ने कहा कि 24 जुलाई को गांव त्रिनैली, 25 को धवनैली व 26 जुलाई को जाटुली में आधार कार्ड बनाए जाने के लिए कैंप लगाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने प्राथमिक विद्यालय धौलनैली में चटाई खरीदने के लिए अपनी तरफ से एक हजार रुपये नकद एवं बच्चों के लिए विशेष भोज के लिए 700 रुपये दिए।