Wednesday, May 8, 2024

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गंगा में खनन को लेकर स्वामी शिवानंद ने किया अपना अनशन तेज, अन्न के बाद अब जल का भी किया त्याग

अंग्वाल न्यूज डेस्क
गंगा में खनन को लेकर स्वामी शिवानंद ने किया अपना अनशन तेज, अन्न के बाद अब जल का भी किया त्याग

हरिद्वार। गंगा में अवैध खनन को लेकर हरिद्वार के मातृसदन के संत स्वामी शिवानंद सरस्वती ने अपना अनशन और तेज कर दिया है। बता दें कि स्वामी शिवानंद ने इस मामले को लेकर पहले ही अन्न का त्याग कर चुके थे अब उन्होने पानी भी छोड़ दिया है। गौरतलब है कि मातृसदन के स्वामी ने अवैध खनन को लेकर मुख्य सचिव से लेकर पांच अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।

सुप्रीम कोर्ट ने दिए आदेश

गौरतलब है कि हाईकोर्ट ने गंगा में खनन पर प्रतिबंध लगा दिया था। हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट मंे चली गई। सरकार ने कहा कि खनन न होने से राज्य के विकास कार्यों में परेशानी पैदा हो रही है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ सरकार को खनन की अनुमति दे दी। 

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अनशन जारी रखेंगे

अब सरकार द्वारा खनन के आदेश देने पर हरिद्वार मातृसदन के स्वामी शिवानंद अनशन पर चले गए। स्वामी शिवानंद सरस्वती तपस्या के पहले दिन से ही अन्न त्यागे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार गंगा में खनन के खिलाफ आदेश जारी नहीं करती और दोषी अधिकारियों वह खनन माफियाओं पर कारवाई नहीं करती, तब तक वह अपना अनशन जारी रखेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने समय रहते कदम नहीं उठाया तो वह अन्न जल की तरह अपने प्राण भी त्याग देंगे। 


एमनेस्टी इंटरनेशनल भी जा चुकी है मातृसदन

आपको बता दें कि मातृसदन इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट और एमनेस्टी इंटरनेशनल भी जा चुका है। मातृ सदन का कहना है कि राज्य सरकार पर्यावरण और नदी जल संरक्षण के मानकों की अनदेखी कर गंगा में खनन की अनुमति दे रही है। उन्होंने इसे हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना भी बताया। 

मनाने को पहुंचे एसडीएम 

मातृसदन परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती से एसडीएम सदर मनीष कुमार सिंह मुलाकात कर तप और अनशन समाप्त कर अन्न जल ग्रहण करने का आग्रह किया। इस पर मातृसदन परमाध्यक्ष ने गंगा में पूर्ण से खनन बंद करने की मांग दोहराई। साथ ही उन्होंने खनन को बढ़ावा देने वाले अधिकारियों मुख्य सचिव एस रामास्वामी, औद्योगिक सचिव शैलेष बगोली, खनन निदेशक विनय शंकर पांडे जिला लांगिग अधिकारी आईपीएस रावत, एस ओ शयामपुर को निलंबित करने तक तप जारी रखने की बात कही। वहीं, मातृसदन परमाध्यक्ष ने शनिवार से मौन धारण करने का भी एलान कर दिया।

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