मसूरी। उत्तराखंड में पुरानी परंपरा की एक बार फिर से शुरुआत की जा रही है। मसूरी में 9 सालों के बाद एक बार फिर से शरदोत्सव मनाया जाएगा। मसूरी नगरपालिका ने इस बात का ऐलान किया है। शरदोत्सव की शुरुआत 25 अक्टूबर को शोभा यात्रा निकाल कर की जाएगी। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और साहसिक खेलों का भी आयोजन किया जाएगा।
ये कलाकार बिखेरेंगे जादू
गौरतलब है कि मसूरी में मनाया जाने वाला शरदोत्सव काफी समय से बंद था लेकिन इस बार मसूरी नगरपालिका ने करीब 9 सालों के बाद इस त्योहार को फिर से मनाने का फैसला लिया है। पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने बताया कि शरदोत्सव 2017 के पहले दिन 25 अक्टूबर की रात को उत्तराखंड के स्थानीय लोक कलाकारों मीना राणा, गजेंद्र राणा, किशन महिपाल, संजय कुमोला, जितेंद्र पंवार, रेशमा शाह, पदम गुसाईं, विरेंद्र राजपूत द्वारा संगीत कार्यक्रम रमछौल प्रस्तुत किया जाएगा। 26 को लोकगायक रजनीकांत सेमवाल नाइट, 27 को बॉलीवुड सिंगर दिलबाग सिंह नाइट, 28 को जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण नाइट, 29 को हिमाचली गायक कुलदीप शर्मा म्यूजिकल नाइट और 30 अक्टूबर को पुरस्कार वितरण व उस्ताद शाहदत हुसैन जाफर नियाजी सूफी सिंगर की कव्वाली नाइट के साथ शरदोत्सव का समापन होगा।
ये भी पढ़ें - गंगोत्री धाम श्रद्धालुओं के लिए हुआ बंद, कल केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट भी होंगे बंद
मसूरी की पहचान
आपको बता दें कि शरदोत्सव के मौके पर मसूरी स्पोर्ट्स एसोसिएशन की तरफ से फुटबाल, बैडमिंटन, रोलर स्केटिंग की ओपन रोड व रिंग रेस, फैंसी ड्रेस एवं फन गेम्स, निबंध लेखन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इस दौरान आइटीबीपी के जवान भी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे और स्कूली छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यहां बता दें कि मसूरी में पहली बार शरदोत्सव का आयोजन 1959 में किया गया था और कुछ ही सालों में यह पूरे देश में मसूरी की पहचान बन गया था।