हैदराबाद । उत्तर प्रदेश के शिया केंद्रीय वक्फ बोर्ड द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दिए गए एक हलफनामें पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आगबबूला हो उठे। शिया केंद्रीय वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि अयोध्या में विवादित स्थल से उचित दूर पर किसी मुस्लिम बहुल इलाके में मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है, जिसका ओवैसी ने विरोध किया है। एआईएमआईएम प्रमुख का कहा है कि महज किसी मौलवी के कहने से मस्जिदें किसी के हवाले नहीं की जा सकतीं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन मस्जिदों का मालिक अल्लाह है।
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बता दें कि ओवैसी ने एक ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के शिया केंद्रीय वक्फ बोर्ड पर कटाक्ष किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि मस्जिदें महज किसी मौलाना से कहने से नहीं दी जा सकतीं। इनका मालिक कोई मौलाना नहीं बल्कि अल्लाह है। एक बार बनी मस्जिद, हमेशा मस्जिद रहती है।
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ओवैशी ने उकहा, मस्जिदों की देखरेख शिया, सुन्नी, बरेलवी, सूफी, देवबंदी, सलाफी, बोहरी कोई भी कर सकता है लेकिन वह इन मस्जिदों का मालिक नहीं होता। इन सब इबादतगाहों का मालिका अल्लाह है। उन्होंने कहा, मस्जिदें वे लोग बनाते हैं जो कयामत के दिन में भरोसा रखते हैं और केवल अल्लाह से डरते हैं। मस्जिद में नमाज पढऩा मुसलमानों का कर्तव्य है। यह हिफाजत है।