लखनऊ । उत्तर प्रदेश के करीब 15 शहरों में गत बुधवार को राज्य के कई वरिष्ठ अफसरों के यहां आयकर विभाग के छापों में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। सामने आया है कि कई अधिकारियों के यहां से बेनामी संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज मिले हैं। खास बात यह है कि कुछ अफसरों ने अपने बेनामी संपत्ति को अपने ड्राइवरों, चपरासियों के नाम किया हुआ था। जांच में आयकर विभाग के अधिकारियों को करीब 7 बैंक लॉकरों की जानकारी मिली है, जिसमें काफी कुछ रखे होने की संभावना जताई जा रही है, हालांकि इन्हें अभी खोला नहीं गया है।
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बता दें कि गत बुधवार को आयकर विभाग ने लखनऊ, नोएडा, मेरठ, बागपत, मैनपुरी, ग्रेटन नोएडा और दिल्ली स्थित यूपी के कई वरिष्ठ अधिकारियों के करीब 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सूत्रों का कहना है कि इस छापेमारी में कुछ अधिकारियों के यहां से बेनामी संपत्ति के कई दस्तावेज सामने आए हैं। आयकर विभाग इन लोगों पर शिकंजा कसते हुए इन लोगों के खिलाफ अब एफआईआर दर्ज कराने की कवायद तेज कर दी गई है।
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सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग को इस छापेमारी के दौरान करीब 2.70 करोड़ की नकदी जब्त की है, जिसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि मेरठ में आईटीओ दफ्तर में तैनात एक क्लर्क के घर से आयकर विभाग ने 21 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ अफसरों के बाद यूपी-दिल्ली समेत उत्तराखंड में कई बेनामी संपत्तियां हैं। खास बात ये बताई जा रही है कि इन अफसरों ने अपनी ये संपत्तियां अपने ड्राइवर, चपरासियों के नाम की हुई हैं। इसके सबूत भी आयकर विभाग के हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर अब आयकर विभाग इन अफसरों पर शिकंजा कसने जा रहा है।
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असल में आयकर विभाग ने गत बुधवार को दो आईएस अधिकारियों समेत यूपी में तैनात चार नौकरशाहों के घर-दफ्तरों पर छापेमारी की थी। इन नौकरशाहों पर टैक्स चोरी के आरोप थे। जिन लोगों के यहां आयकर विभाग ने छापेमारी की थी उनमें आईएस एवं स्वास्थ निदेशक ह्रदय शंकर तिवारी, आएईएस अधिकारी व ग्रेटर नोएडा अर्थारिटी के अतिरिक्त सीईओ वीके शर्मा और नकी पत्नी व आरटीओ ममता शर्मा समेत विशेष सचिव (कारागार) एस के सिंह शामिल थे। आयकर विभाग इन अधिकारियों के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले में जांच कर रहा था, जिसके बाद इनके ठिकानों पर छापेमारी की।
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