लखनऊ । अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत अन्य आरोपियों को 30 मई के दिन कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं। कोर्ट का कहना है कि वह चाहती है कि आरोप तय होते समय तीनों शीर्ष नेता कोर्ट में मौजूद रहें। बता दें कि विशेष अदालत ने पहले भाजपा के इन दिग्गज नेताओं के खिलाफ आरोप तय करने के लिए पहले 25 मई की तारीख तय की थी लेकिन गुरुवार को इस मामले में कोर्ट ने कहा कि 30 मई को आरोप तय होते समय आरोपी कोर्ट में मौजूद रहें।
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बता दें कि लखनऊ में सीबीआई की विशेष अदालत ने यह फैसला सुनाया है। विवादित ढांचे से जुड़े दो मामलों की सुनवाई इस समय कोर्ट में हो रही है। एक मामला विवादित ढांचे को गिराने वाले कार सेवकों के खिलाफ था, जबकि दूसरा मामला उस दौरान मंच पर आसीन नेताओं के खिलाफ दर्ज किया गया। भाजपा के दिग्गज नेता इस दूसरे मामले में आरोपी हैं। इन लोगों के खिलाफ दूसरी एफआईआर गंगा प्रसाद तिवारी नाम के शख्स ने दर्ज करवाई थी।
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सीबीआई की विशेष अदालत ने महंत नृत्य गोपाल दास, महंत राम विलास वेदांती, बैकुण्ठ लाल शर्मा , चंपत राय वंसल, धर्मदास और डॉ. सतीश प्रधान के खिलाफ आरोप तय करने के लिए 25 मई की तारीख तय की थी। वहीं अब लखनऊ की विशेष अदालत पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी ऋतंभरा और विष्णु हरि डालमिया के खिलाफ विवादित ढांचा गिराए जाने की साजिश को लेकर आरोप तय करेगी।
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