नई दिल्ली। आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान को अमेरिका ने बड़ा झटका दिया है। आतंकवाद पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं करने पर अमेरिका ने पाकिस्तान को दी जाने वाले करीब 166 करोड़ डाॅलर की सैन्य मदद पर रोक लगा दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद पेंटागन ने यह फैसला लिया है। बता दें कि रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान पर पड़ोसी देशों में आतंकी वारदात को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। गौर करने वाली बात है कि इससे पहले भी अमेरिका पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य मदद को रोक दी थी।
गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राॅब ने ईमेल के जरिए भेजे गए सवालों के जवाब में कहा, ‘‘पाकिस्तान को दी जाने वाली 166 करोड़ डॉलर की सुरक्षा सहायता रोक दी गई है।’’ अमेरिका के पूर्व उप सहायक रक्षा मंत्री के तौर पर काम कर चुके डेविड सिडनी ने कहा कि सैन्य मदद पर रोक पाकिस्तान के प्रति निराशा का बड़ा संकेत है।
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यहां बता दें कि अमेरिका ने पाकिस्तानी नेताओं की कथनी और करनी में बड़ा अंतर बताते हुए कहा कि वह हमेशा ही अपने पड़ोसी देशों में हिंसा फैलाने वाले समूहों का समर्थन करता है। पाकिस्तान को सैन्य मदद रोके जाने का संकेत राष्ट्रपति ट्रंप के ट्वीट में मिल गया था। उन्होंने लिखा था ‘‘बेशक हम ओसामा बिन लादेन को काफी पहले ही पकड़ लेते। मैंने इस मुद्दे को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर अटैक से कुछ पहले ही अपनी किताब में उठाया था। राष्ट्रपति क्लिंटन अपने निशाने से चूक गए। हमने पाकिस्तान को अरबों रुपये दिए और उन्होंने कभी हमें नहीं बताया कि वो (ओसामा) वहां है। बेवकूफ!...’’
ट्रंप ने इसके बाद एक ट्वीट और किया, ‘‘अब हम पाकिस्तान को अरबों रुपये नहीं देने जा रहे हैं, क्योंकि उसने हमारा पैसा तो लिया पर हमारे लिए कुछ नहीं किया। बिन लादेन एक बड़ा उदाहरण है, अफगानिस्तान एक अन्य उदाहरण है। वे केवल उन देशों में से एक थे जो बदले में कुछ भी दिए बिना अमेरिका से लेते थे।’’