नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों के लिए सियासी रणनीतियों पर राजनीतिक दलों ने अमल करना शुरू कर दिया है। जहां सियासी मैदान पर राजनेता उतर आएं हैं वहीं कुछ राजनेताओं ने जुबानी जंग तैयार कर दी है। आरोप प्रत्यारोप के दौर में एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। इस सब के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने चंद्रशेखर राव पर आपराधिक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए जदयू उपाध्यक्ष प्रशात किशोर के लिए आपत्तिजनत बयान दिया है। उन्होंने चुनावी रणनीतिकार और जनता दल यूनाइटेड के इस नेता को बिहारी डकैत कहा है।
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उन्होंने कहा कि एक बिहारी डकैत प्रशांत किशोर आंध्र प्रदेश में से लाखों मतदाताओं को हटा दिया है। उनके इस बयान के बाद विवाद गरमाने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि , उनके इस बयान पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर बयान का जवाब दिया है। उन्होंने लिखा - एक अनुभवी नेता अपनी हार देखकर घबराए हुए हैं.,इसलिए मैं उनके इस आधारहीन आरोप से चकित नहीं हूं।
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बता दें कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर इन दिनों आंध्र प्रदेश में के चंद्रशेखर राव की पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति के लिए विधानसभा चुनाव में रणनीति बनाने में जुटे हैं। इस चुनाव में उनकी पार्टी की मुकाबला चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी से है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी इस चुनाव में उम्मीदवार उतारा है। इस दौरान आंध्र-प्रदेश के ओंगोल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम चंद्रबाबू नायडू ने चंद्रशेखर राव पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने राव पर आपराधिक राजनीतिक करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे कांग्रेस और टीडीपी के विधायकों को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं।
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चंद्रबाबू नायडू के बयान पर प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि एक अनुभवी नेता अपनी हार देखकर घबरा गए हैं, इसलिए मैं उनके आधारहीन आरोपों से चकित नहीं हूं। मेरे खिलाफ आपकी यह अपमानजक भाषा आपके पूर्वाग्रह और बिहार के खिलाफ आपकी कुंठा को दर्शाता है। बेहतर होता कि आप इस बात पर ज्यादा ध्यान देते कि आंध्र प्रदेश की जनता आपके वोट दें।