नई दिल्ली। रियल स्टेट कारोबारियों पर उत्तरप्रदेश सरकार ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सरकार द्वारा गठित मंत्रियों के समूह ने गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी लव कुमार को नोएडा के 8 बिल्डरों को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि इन बिल्डरों पर 5000 ग्राहकों से पैसे लेकर उन्हें फ्लैट नहीं देने का आरोप है। किस-किस बिल्डर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं उनका नाम नहीं बताया गया है।
बिल्डरों पर 13 एफआईआर
गौरतलब है कि इस साल सितंबर में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 6 बिल्डरों के खिलाफ 13 एफआई आर दर्ज किया था जिसमें आम्रपाली ग्रुप, सुपरटेक, अल्पाइन रिएलटेक, प्रोव्यू ग्रुप, टुडे होम्स और जेएनसी जैसे ग्रुप शामिल थे। बता दें कि इन बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर के आदेश भी इन्हीं मंत्रियों के समूह ने अगस्त में दिए थे। पुलिस ने आईपीसी की धारा, 406 और 420 के तहत इन बिल्डरों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
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ग्राहकों को मिलेंगे मकान
आपको बता दें कि योगी सरकार में शहरी विकास और आवास मंत्री सुरेश खन्ना ने एसससपी को फ्लैट खरीददारों को फ्लैट दे पाने में नाकाम सभी बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि सुरेश खन्ना, इस मामले में को देख रही मंत्रियों के समूह के सदस्य भी हैं। खन्ना ने कहा है कि किसी भी खरीदार के हितों की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी और 2017 के खत्म होते-होते नोएडा में 11,000 फ्लैट डिलीवर किए जाएंगे। जबकि ग्रेटर नोएडा के बिल्डरों ने 14,000 अपार्टमेंट्स की डिलिवरी का वादा किया है। वहीं, यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी ने कहा कि वह 7,525 फ्लैट्स डिलीवर करेगी जिनमें उसकी ओर से निर्मित 2,970 मकान भी शामिल हैं।