नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने अपनी योजनाओं का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए इसमें बदलाव भी कर रही है। इसके तहत 2015 में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना जमा की जाने वाली राशि की सीमा को 1000 से घटाकर 250 रुपये कर दिया है। केंद्र सरकार का कहना है कि ऐसा होने से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग इस योजना का फायदा उठा सकेंगे। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा इस सरकारी योजना से बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं और लोगों को इससे जोड़ने की कवायद के तहत सालाना जमा की जाने वाली राशि की सीमा को घटाया गया है।
गौरतलब है कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल से छोटी उम्र की बच्ची के माता-पिता या अभिभावक किसी भी डाकघर या फिर अधिकृत बैंक में उसके नाम से खाता खेल सकते हैं और अब सालाना न्यूनतम 250 रुपये तक जमा कर सकते हैं। यहां बता दें कि इस योजना पर अन्य लघु बचत योजनाओं की तरह से हर महीनों में ब्याज का निर्धारण किया जाता है।
ये भी पढ़ें - अब एक बार फिर से लगेगा जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा, सुप्रीम कोर्ट ने हटाई रोक
आपको बता दें कि जुलाई-सितंबर के लिए इस योजना में ब्याज की दर 8.1 निश्चित की गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक कुल 19 करोड़ से ज्यादा रकम बैंकों और डाकघरों में जमा हो चुकी है। बता दें कि इस योजना की परिपक्वता पर 80सी के तहत आयकर में भी छूट मिलती है। सुकन्या समृद्धि योजना में सालाना अधिकतम डेढ़ लाख रुपये तक जमा कराए जा सकते हैं।