नई दिल्ली। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु संतों ने मुहिम तेज कर दिया है। मंदिर निर्माण को लेकर साधु संतों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर जल्द से जल्द मंदिर निर्माण शुरू करवाने के लिए कहा है। जल्द निर्माण को लेकर अनशन पर बैठे संत राम परमहंस दास ने शुक्रवार को कहा कि 2 दिनों के बाद लाखों संतों के साथ मंदिर निर्माण के लिए कूच करेंगे। मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े संतों की उच्चाधिकार समिति की शुक्रवार को बैठक हो रही है। गौर करने वाली बात है कि एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी राममंदिर के निर्माण पर भाजपा पर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े संतों की आज दिल्ली में होने वाली बैठक में मंदिर निर्माण को लेकर अहम फैसला लिया जाएगा। इसके बाद दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 3 और 4 नवंबर को 5000 संतों का धर्मादेश सम्मेलन होने वाला है। इसमें कार सेवा की तारीख का ऐलान होगा।
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यहां बता दें कि राम मंदिर मामले की नियमित सुनवाई 29 अक्टूबर से सुप्रीम कोर्ट में होने वाली है। संतों का भी कहना है कि नियमित सुनवाई शुरू होने की तारीख तय होने से उनमें थोड़ी उम्मीद बंधी है। हालांकि कार्यभार संभालने के पहले ही दिन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने जिस प्रकार त्वरित सुनवाई के मापदंड तय किए, उस खांचे में अयोध्या मसला नहीं आता।
गौर करने वाली बात है कि दीपावली से पहले होने वाली संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक का भी मुख्य एजेंडा राम मंदिर ही है। बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर के जल्द निर्माण की वकालत पहले ही कर दी है।