नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच रक्षा सौदों पर अमेरिका ने एक फिर से अपनी आंखें तरेरी हैं। अमेरिका ने कहा है कि अगर भारत रूस से रक्षा हथियार और उपकरणों की खरीद करता है तो उसे अमेरिका की ओर से मिलने वाली छूट से वंचित होना पड़ सकता है। खबरों के अनुसार भारत रूस से जमीन से हवा में लंबी दूरी की मारक क्षमता रखने वाली मिसाइल-रोधी प्रणाली एस-400 सहित अन्य हथियारों की खरीद कर रहा है। अमेरिका ने भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि रूस से हथियारों की खरीद के बाद अमेरिकी विशेष छूट नहीं मिल सकती है।
गौरतलब है कि रूस और अमेरिका के बीच वर्तमान नियमांे के अनुसार अगर कोई देश से रक्षा उपकरण की खरीद करता है तो उसे अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस के प्रयास के बाद संसद ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री को रूस के साथ रक्षा सौदा करने वाले देशों को प्रतिबंध में छूट देने का अधिकार दे दिया है।
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यहां आपको बता दें कि मौजूदा समय में रक्षा के क्षेत्र में भारत अमेरिका का एक बड़ा पार्टनर बनकर उभरा है। पेंटागन में सुरक्षा मामलों के सहायक मंत्री ने कहा कि छूट देने वालों की ओर से ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है कि भारत के रूस से हथियारों की खरीद पर भी उसे छूट मिलती रहेगी लेकिन वास्तविक स्थिति ऐसी नहीं है।
यहां बड़ी बात यह है कि सहायक मंत्री का बयान ऐसे वक्त में आया है जब अगले महीने दोनों देशों के रक्षा तथा विदेश मंत्रियों के बीच 2 प्लस 2 वार्ता होनी तय हुई है। वार्ता के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री जिम मैटिस नई दिल्ली जाने वाले हैं।