नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद दिल्ली सरकार के 9 सलाहकारों को हटाए जाने का मामला और तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के विरोध में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खास माने जाने वाले आशीष खेतान ने दिल्ली डायलॉग कमीशन के वाइस चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि इसकी वजह उन्होंने वकालत की प्रैक्टिस करने को बताया है।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की सिफारिश के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने मंगलवार को दिल्ली सरकार के 9 सलाहकारों को हटा दिया था। बता दें कि गृहमंत्रालय की साफ कहा गया था कि इन सभी सलाहकारों की नियुक्तियां असंवैधानिक थी। सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं कैबिनेट के लिए इस तरह का कोई पद नहीं है।
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गौर करने वाली बात है कि सलाहकारों की नियुक्ति से पहले सरकार ने केन्द्र से कोई इजाजत भी नहीं ली जबकि केन्द्रशासित प्रदेश होने की वजह से दिल्ली सरकार को नए पद के सृजन से पहले केंद्र से सलाह लेनी होती है। वहीं मई 2015 के एक नोटिफिकेशन में कहा गया है कि संवैधानिक रूप से दिल्ली में सर्विसेज आरक्षित विषय हैं। ऐसे में दिल्ली कैबिनेट की तरफ से नए पद सृजित करना कानूनी तौर पर सही नहीं है। इस वजह से इन पदों के सृजन व नियुक्तियों के लिए निकाले गए सभी आदेश रद्द किए जा रहे हैं।
बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद उन्होंने अलग-अलग विभागों में सलाहकारों की यह कहकर नियुक्ति की गई थी कि इससे काम में सुविधा होगी और इन्हें सरकार से बाकायदा वेतन व दूसरी सुविधाएं भी मिल रही थीं।