उन्नाव । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद पूरे देश की लोकसभा सीटों पर रैलियां निकालने की रणनीति बना रही हैं, वहीं साधु-संत समाज भी रामलला के मंदिर को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को चेतावनी दे चुका है। इस सब के बीच अब भाजपा सांसद साक्षी महाराज का एक विवादित बयान आया है। उन्होंने यह विवाद उन्नाव में दिया है, जहां उन्होंने कहा कि आप काशी , मथुरा और अयोध्या को छोड़ो मैं तो कहता हूं कि दिल्ली की जामा मस्जिद को तोड़ो । अगर वहां सीढ़ियों के नीचे से आपको मूर्तियां न मिलीं तो आप मुझे फांसी पर लटका देना। इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर भी निशाना साधते हुए कोर्ट के फैसलों की भी निंदा की।
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असल में भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने उन्नाव में एक कार्यक्रम में शिरकत की, जिसमें उन्होंने दिल्ली की जामा मस्जिद को लेकर एक विवादित बयान दे डाला। उन्नाव के नवाबगंज में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रुख की निंदा करता हूं। सुप्रीम कोर्ट कई बेवजह के मुद्दों पर अपने फैसले दे रही है, लेकिन राम मंदिर के मुद्दे को उसने टाल दिया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने दावा किया कि 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा।
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इस सब के बीच आक्रामक अंदाज में साक्षी महाराज ने कहा कि मुगलकाल में हिन्दुओं के सम्मान के साथ काफी खिलवाड़ हुआ। भारत में कई मंदिरों को तोड़ा गया और उनकी जगह मस्जिद बनवाई गईं। वहीं उन्होंने कहा कि इस समय मथुरा , अयोध्या को छोड़, दिल्ली की जामा मस्जिद की सीढ़ियों को तोड़कर देखें, उसके नीचे से मुर्तियां निकलेंगी और न निकलीं तो मुझे फांसी पर चढ़ा देना ।
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उन्होंने अपना आक्रामक रवैये को बरकरार रखते हुए कहा अगर भारत के 100 करोड़ हिंदुओं की इच्छा है, तो अयोध्या में श्रीराम का मंदिर जल्द से जल्द बना देना चाहिए। अब या तो अध्यादेश बने या तो सोमनाथ की तर्ज़ पर कानून बने अथवा पूर्व पीएम नरसिम्हा राव ने जो जमीन अधिग्रहित किया था, वह जमीन रामजन्म भूमि न्यास को दे दी जाए।
इतना ही नहीं उन्होंने राममंदिर मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के रुख पर भी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कोर्ट मामले में टाल मटोल कर रही है।