नई दिल्ली। राफेल लड़ाकू विमान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा लगातार सरकार पर किए जा रहे हमले का वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जवाब दिया है। बुधवार को जेटली ने कहा कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष की कितनी समझदारी है इसका पता उनके भाषणों से चलता है। अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी अपने एक ही दिन के 3 भाषणों में विमान की 3 अलग-अलग कीमतें बता रहे थे। जेटली ने कहा कि वे कहते हैं कि उनकी सरकार कम कीमतों में विमान खरीद रही थी और एनडीए सरकार ज्यादा कीमतें अदा कर रही हैं। उनके द्वारा की जा रही बहस प्राइमरी स्कूल के बच्चों वाली बहस लग रही है।
गौरतलब है कि भारत फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद कर रहा है और इसकी कीमतों को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इस सौदे को लेकर रक्षा मंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया था। इसके बाद पीएम मोदी ने अपने जवाब में इसका जिक्र करते हुए कहा था कि उनकी पार्टी देश की सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं कर सकती है। जेटली ने राहुल गांधी द्वारा की जा रही इस बहस को प्राइमरी स्कूल की बहस करार दिया।
यहां आपको बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा राहुल गांधी को इस बात का पता है कि मुद्रा के बदलाव के बाद विमानों की कीमतों में 9 फीसदी की गिरावट आ गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को इस बात का इल्म होना चाहिए कि साधारण विमान और लड़ाकू विमानों की खरीद में अंतर होता है। वित्त मंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें फ्रांस के राष्ट्रपति ने बताया कि इस सौदे में कोई गोपनीय क्लाॅज नहीं है लेकिन फ्रांस की सरकार ने इसे खारिज कर दिया।
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गौर करने वाली बात है कि जेटली ने आगे कहा कि जब सदन के अंदर सरकार ने गोपनीय दस्तावेज दिखाए तो आप मुकर गए और कहते हैं होगा पर मैं नहीं मानता। कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि हर समय लोगों को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता है। अपनी ही पार्टी के नेता यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के बारे में अरुण जेटली कहा कि यह भाजपा का दुर्भाग्य रहा है कि उनके पास ‘करियर राष्ट्रवादी’ नेता रहे हैं जो उस समय तक तो खुश रहते हैं जबतक सबकुछ उनके हिसाब से ठीक चलता रहता है। उन्होंने कहा कि वे ऐसे लोगों पर ज्यादा विश्वास नहीं करते हैं।