नई दिल्ली। पिछले साल बच्चों की लगातार मौत से सुर्खियों में आए गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल काॅलेज में प्रिंसीपल के कमरे में सोमवार की सुबह आग लग गई। आग किस वजह से लगी इसका कोई खुलासा नहीं हुआ है। यहां बता दें कि बीते साल इसी बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल काॅलेज में 72 घंटों के अंदर 63 बच्चों की मौत आॅक्सीजन की कमी के चलते हो गई थी। यूपी के मुख्य सचिव ने कॉलेज में हुए बच्चों की मौत के जिम्मेदार लोगों और हादसे के दोषियों की पहचान कर अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है। मुख्य सचिव की इस रिपोर्ट में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और डॉ. कफील खान सहित 4 लोगों को दोषी ठहराया गया है।
आग बुझाने का प्रयास
गौरतलब है कि बीआरडी मेडिकल काॅलेज के प्रिंसीपल के कार्यालय में लगी आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज पूरी तरह से जलकर खाक हो गए हैं। आग लगते ही आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। मामले की सूचना दमकल कर्मियों को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची दमकल कर्मियों की कई गाड़ी आग बुझाने का प्रयास कर रही है।
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