नई दिल्ली । सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने शनिवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि देश के नंबन-1 दुश्मन के खिलाफ हमने पूरी तैयारी कर ली है। हमारी सेनाएं हर चुनौती से निपटने के लिए समक्ष हैं। मसूद अजहर से जुड़े ऑपरेशन को मैं सार्वजनिक नहीं कर सकता । इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान कहा कि देश की सेना जनता के कहने पर काम नहीं करती। सेनाएं राजनीतिक निर्णय के अनुसार ही अपनी रणनीति बनाती हैं और बाद में उन्हें अंजाम देती हैं। ऐसे में सेना की कार्रवाई को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि पीओके में सेना ने आतंकी ठिकानों का जो लक्ष्य दिया गया था उस पर सटीक निशाना साधा है। इसमें बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए हैं। इस दौरान उन्होंने मिजोरम और म्यांमार सीमा पर उग्रवादियों के ठिकानों को ध्वस्त किए जाने पर कहा कि हम म्यांमार सेना का आभार प्रकट करते हैं, जिन्होंने हमें सहयोग दिया।
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बता दें कि आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर चीन के वीटो के बाद भारतीय सेना सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हमारी सेना ने इस पाकिस्तान पोषित दहशतगर्द के खिलाफ पूरी तैयारी की हुई है। हम इस ऑपरेशन को सार्वजनिक तो नहीं कर सकते लेकिन मैं देशवासियों को भरोसा देता हूं कि हमारी सेना हर स्थिति से निपटने में सक्षम है।
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इस दौरान उन्होंने म्यांमार में उग्रवादियों के ठिकाने पर की गई सैन्य कार्रवाई की बावत कहा- भारतीय सेना म्यांमार की सेना की हमेशा आभारी रहेगी क्योंकि उसके सहयोग से ही हम संयुक्त सैन्य अभियानों को अंजाम दे रहे हैं। इस कार्रवाई में मारे गए उग्रवादियों की संख्या का उल्लेख करना सही नहीं होगा। हमने म्यांमार की सेना के सहयोग से एक संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया था। हम दोनों देशों की सेनाएं मिलकर काम कर रही हैं ताकि आतंकी और उग्रवादियों हमारी जमीन इस्तेमाल न कर पाएं।