नई दिल्ली। मानसून की दस्तक ने जम्मू कश्मीर में भी भारी तबाही मचाई है। गुरुवार से ही हो रही भारी बारिश से अमरनाथ यात्रा भी स्थगित कर दी गई है। वहीं डोडा जिले में भारी बारिश के चलते पावर प्रोजेक्ट कलनाई दुनदी में भूमि कटान होने से जेसीबी, टिप्पर सहित कई वाहन बह गए। इसके साथ ही निर्माणाधीन पावर प्रोजक्ट को भारी नुकसान पहुंचा है। बता दें कि पिछले दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
गौरतलब है कि झेलम नदी का जलस्तर बढ़ने से लोगों को बाढ़ का खतरा सताने लगा है। राज्य में झेलम के अलावा तवी और चिनाब का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है। भारी बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ों से पत्थर गिरने के चलते 10 घंटे तक बंद रहा। इसके कारण अमरनाथ यात्रियों समेत सैकड़ों वाहन फंस गए। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए मुगल रोड एवं सोनमर्ग-लेह मार्ग को बंद कर दिया गया है। दक्षिणी कश्मीर के वीशू नाले पर बने 5 छोटे पुल बह गए हैं।
यहां बता दें कि भारी बारिश के चलते नदियों में आए उफान में एक मां-बेटी के बह जाने की खबर है। बताया जा रहा है कि मां की मौत हो गई है जबकि बेटी नाजिया बानो (6) को घायल हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भारी बारिश का असर वैष्णो देवी यात्रा पर भी पड़ा है। नदियों में उफान के कारण ग्रामीण इलाकों का संपर्क शहरों से बिल्कुल कट गया है।
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मूसलाधार बारिश से डोडा जिला में 12वीं तक के सरकारी एवं निजी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने को कहा गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी डोडा मोहम्मद शरीफ चैहान ने बताया कि खराब मौसम को देखते हुए एहतियातन स्कूल बंद किए गए हैं। बटोत-डोडा-किश्तवाड़ के 110 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन से यातायात प्रभावित है। राज्य पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से गवर्नमेंट ब्वायज स्कूल हीरपोरा, शोपियां में 165 विद्यार्थियों को रेस्क्यू कर बचाया। बताया जाता है कि नदी में अचानक बाढ़ आ जाने से सभी विद्यार्थी फंस गए थे, जिन्हें बाद में सुरक्षित निकाल लिया गया।