नई दिल्ली/ श्रीनगर । भारतीय फौज का आतंकियों के खिलाफ जारी अभियान पाक परस्त आतंकी संगठनों के लिए भारी पड़ रहा है। इससे इतर हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठन नए लड़ाकों की भर्ती कर रहे हैं। हाल में हिजबुल के नए आतंकियों की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें 27 नए लड़ाके दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह तस्वीर हिजबुल ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में चले रहे प्रशिक्षण केंद्र की है। इस सब के बीच खबर यह भी है कि हिजबुल के लड़ाकों के बीच घाटी में कमांडर बनने के लिए होड़ भी शुरू हो गई है।
इस दौरान लश्कर से हिजबुल में आए कुछ लड़ाके कमांडर होने का दावा ठोक रहे हैं। वहीं सुरक्षा बलों ने पूर्व की ऐसी ही एक फोटो के बाद इस फोटो में दिख रहे आतंकियों के खात्मे के लिए रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।
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बता दें कि पूर्व में हिजबुल के 11 आतंकियों की एक फोटो जारी हुई थी, जिसमें बुरहान वानी समेत हाल में सेना की कार्रवाई में मारे गए सबजार अहमद भट्ट को देखा जा सकता था। सुरक्षा बलों ने उस फोटो में दिख रहे लगभग सभी आतंकियों का ढेर कर दिया है। मात्र एक आतंकी अभी जिंदा बचा है। इस सब के बीच हिजबुल ने अपने नए लड़ाकों की एक फोटो जारी की है, जिसमें 27 आतंकी दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि इनमें कई हिजबुल के नए लड़ाके हैं।
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खुफिया एजेंसियों का कहना है कि हिजबुल इन आतंकी को 4-4 के गुट में भारतीय सीमा में प्रवेश करवाने की फिराक में है। इन सभी का मकसद घाटी समेत देश के विभिन्न कौने में आतंकी वारदातों को अंजाम देना है। खुफिया एजेंसी के मुताबिक इन सभी लड़ाकों को वॉरफेयर ट्रेनिंग भी दी गई है। ये लड़ाके घाटी में हिंसा फैलाकर कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुद्दा बनाने की फिराक में रहते हैं।
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बता दें कि गत वर्ष 8 जुलाई को बुरहान वानी को ढेर करने के बाद गत 27 मई को घाटी में एक ऑपरेशन चलाते हुए सुरक्षा बलों ने हिजबुल कमांडर सबजार अहमद भट्ट समेत 10 आतंकियों को ढेर किया था। सेना ने त्राल और रामपुर में अपने अभियान को अंजाम दिया था। मारे गए आतंकी सबजार को बुरहान वानी का उत्तराधिकारी बताया जाता था। यही कारण था सबजार के मारे जाने से पहले उसके साथ मारे गए आतंकी ने फोन कर सुरक्षा बलों पर पथराव करने और उनके अभियान में बाधा डालने की बात भी कही थी।
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