श्रीनगर।
जम्मू—कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने जम्मू—कश्मीर की समस्या सुलझाने को लेकर विवादित बयान दिया है। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत को कश्मीर मुद्दे पर अमेरिका और चीन की मदद लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोग चीन और पाकिस्तान से युद्ध नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हमारी तरह उनके पास भी बम है, इसलिए इस मुद्दे को बातचीत से ही सुलझाना चाहिए।
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शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कई बार आपको बैल को उसके सींग से पकड़ना होता है। उन्होंने कहा कि दोस्तों को मुद्दा हल करने के लिए साथ लीजिए। फारुख ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्रंप ने कश्मीर मुद्दा सुलझाने को कहा है, वहीं चीन ने भी कश्मीर मुद्दे पर बात करने का प्रस्ताव दिया है। ऐसे में भारत को उनकी मदद लेनी चाहिए।
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फारुख अब्दुल्ला के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। राज्य के वर्तमान उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा क मैं इस बयान की निंदा करता हूं। अब्दुल्ला जब खुद मुख्यमंत्री थे, तो पाकिस्तान पर हमला करने की बात कहते थे और आज वह ऐसे बयान दे रहे हैं। निर्मल सिंह ने कहा कि क्या फारुख अब्दुल्ला भूल गए हैं कि 1994 का शिमला एग्रीमेंट है, इसके अलावा लाहौर का फैसला है। उसमें कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ कैसे भारत को व्यवहार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या फारुख अब्दुल्ला यह चाहते हैं कि भारत पाकिस्तान के सामने घुटने टेके, क्या वह चाहते हैं कि इस प्रकार की बात हो जो पाकिस्तान के सपनों को पूरा करने में मदद करें।