नई दिल्ली। दिल्ली की राजनीति में उठा तूफान शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी उपराज्यपाल और सरकार के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उपराज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी सर्विस क्षेत्र के तीन अधिकारियों का तबादला कर दिया। इस पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उपराज्यपाल अभी भी सेवा क्षेत्र पर अपना एकाधिकार जताना चाहते हैं और राज्य सरकार के साथ कोई सहयोग नहीं कर रहे हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हर काम में अब भी उपराज्यपाल की दखल को गुंडागर्दी तक कह दिया है। उन्होंने कहा कि एलजी अपने मनमाने तरीके से अधिकारियों का तबादला कर रहे हैं और इसके लिए कैबिनेट से कोई विचार भी नहीं लिया जा रहा है। यहां बता दें कि उपराज्यपाल ने शिक्षा विभाग के डायरेक्टर सौम्य गुप्ता की जगह संजय गोयल की नियुक्ति का आदेश जारी किया है। वहीं, एसडीएमसी के डिप्टी कमिश्नर चंचल यादव का तबादला बतौर उपराज्यपाल के विशेष सचिव के तौर पर किया है।
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वहीं एन वसंत कुमार को ट्रेड एवं टैक्स विभाग का विशेष कमिश्नर बनाया गया है। मनीष सिसोदिया ने उपराज्यपाल की तरफ से किए गए फेरबदल को गलत बताया है। सिसोदिया ने कहा कि उपराज्यपाल ने सेवा विभाग पर कब्जा कर रखा है। दिल्ली सरकार शिक्षा पर बेहतर काम कर रही है। बजट का करीब 26 फीसदी शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है लेकिन उपराज्यपाल ने इस विभाग में अहम बदलाव पर सरकार की राय तक नहीं ली गई। उपराज्यपाल ने मनमाने तरीके से तबादले कर दिए जिसका असर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर पड़ सकता है।