नई दिल्ली। देश में रोजाना बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमत का असर अब सीधे आपकी रसोई पर पड़ने वाला है। हर घर और हर सब्जी के साथ इस्तेमाल होने वाले आलू की कीमतें बढ़नी शुरू हो गई हैं। आलू की बढ़ती कीमतों से आढ़ती तो खुश हैं लेकिन किसान परेशान हैं। बता दें कि पिछले साल आलू के रिकाॅर्डतोड़ उत्पादन होने और उचित दाम न मिलने की वजह से इस बार किसानों ने काफी कम मात्रा में आलू की फसल लगाई। अब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रहे लगातार इजाफे के चलते आलू की कीमतों में थोक मंड़ी में भी काफी इजाफा हो गया है।
गौरतलब है कि फिलहाल आलू से सस्ता प्याज और दूसरी सब्जियां हैं। सरकार की तरफ से पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगाम लगाने के दूरगामी उपाय पर विचार किया जा रहा है लेकिन इसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ रहा है। फुटकर मार्केट में आलू का भाव 20 से 30 रुपये प्रति किलो के बीच पहुंच गया है। थोक मंडियों में आलू 15 रुपये किलो तक बिक रहा है। हालांकि अभी दाम केवल बड़े शहरों में ही बढ़े हैं, लेकिन छोटे शहर में इसकी कीमत अभी भी दायरे में है।
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यहां बता दें कि पिछले साल आलू की बंपर पैदावार और उचित कीमतों के न मिलने की वजह से इस बार किसानों ने आलू सड़क के किनारे और खेतों में ही छोड़ दिया था। अब ईंधन की बढ़ती कीमतों ने आलू के थोक विक्रेता की बांछें खिला दी हैं लेकिन किसानों की पेशानी पर बल डाल दिए हैं। फिलहाल आलू की बढ़ती कीमतों ने लोगों की जेब पर डाका डालने की तैयारी कर ली है।