नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि सोनिया गांधी के अध्यक्ष पद से हटने के बाद वे सक्रिय राजनीति से संन्यास ले सकती हैं। गौर करने वाली बात है कि प्रियंका को लंबे समय से पार्टी में शामिल करने की बात चल रही है। कांग्रेस पार्टी ने 30 लोकसभा सीटों पर केंद्रित रहने की रणनीति बनाई है। पार्टी अपनी अपनी परंपरागत सीटों पर स्थिति मजबूत करने में जुटी है। यहां बता दें कि यूपी में 8 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस का आधार तो है लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव में वह चैथे और पांचवें नंबर पर रही थी।
गौरतलब है कि सोनिया गांधी की तबीयत खराब रहने की वजह से रायबरेली संसदीय क्षेत्र का काम प्रियंका वाड्रा ही देखती हैं। इसके अलावा राहुल गांधी के चुनाव क्षेत्र अमेठी में भी होने वाले विकास के कामों की निगरानी करती हैं। ऐसे में रायबरेली संसदीय क्षेत्र के लिए पार्टी को प्रियंका की उम्मीदवारी सबसे मजबूत दिखाई दे रही है।
यहां बता दें कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद सोनिया गांधी ने सक्रिय राजनीति से अलग होने के संकेत भी दिए थे। पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि प्रियंका वाड्रा कांग्रेस में हमेशा से सक्रिय हैं। हालांकि यूपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश सिंह सोनिया गांधी की सक्रिय राजनीति से विदाई और प्रियंका के रायबरेली से लड़ने के सवाल पर इतना ही कहा कि अभी उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं है।
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गौर करने वाली बात है कि कांग्रेस ने भी 2019 के चुनावों के मद्देनजर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसके तहत सभी जिलों और कमेटियों को पुनर्गठित करने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके तहत पार्टी तीन साल से ज्यादा समय से पद पर काबिज नेताओं को बदलने जा रही है। पार्टी ने हिमाचल, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में संगठन बदलाव की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। ब्लॉक और बूथ लेवल पर पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी सचिवों व प्रभारियों को सक्रिय किया गया है।