Saturday, April 27, 2024

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भगवान विष्णु और राम समेत अन्य देवी देवताओं पर नरेश अग्रवाल ने की विवादित टिप्पणी, विवाद होने पर जताया खेद

अंग्वाल न्यूज डेस्क
भगवान विष्णु और राम समेत अन्य देवी देवताओं पर नरेश अग्रवाल ने की विवादित टिप्पणी, विवाद होने पर जताया खेद

नई दिल्ली । राज्यसभा में बुधवार को सपा सांसद नरेश अग्रवाल के गोरक्षकों की गुंडागर्दी पर चर्चा के दौरान एक बयान ने सदन में हंगामा खड़ा कर दिया। सदन में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा- कुछ लोग हिंदू धर्म के ठेकेदार बन गए हैं, भाजपा और वीएचपी जैसे लोग कहते थे कि जो हमारा सर्टिफिकेट नहीं लेकर आएगा, वो हिंदू नहीं हैं। इस दौरान उन्होंने भगवान विष्णु और भगवान राम समेत अन्य हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी कर दी, जिसके बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। सपा नेता रामगोपाल यादव ने इस मामले में किसी भी प्रकार की मांफी नहीं मांगने की बात कही, लेकिन बाद में नरेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने तो पर्चे पर छपी एक बात कही थी। सपा सांसद के बयान पर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि नरेश अग्रवाल का यह बयान हिंदू धर्म का अपमान है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। भाजपा सांसदों के विरोध के बाद नरेश अग्रवाल का बयान राज्यसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया। हालांकि उनके इस बयान पर जब हंगामा खड़ा हो गया तो नरेंश अग्रवाल ने अपने बयान पर खेद व्यक्त किया, माफी नहीं मांगी।   

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राज्यसभा में हुई गोरक्षकों की गुंडागर्दी पर बहस

राज्यसभा में बुधवार को गोरक्षकों की गुंडागर्दी के मुद्दे पर बहस शुरू हुई।  कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बहस की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में रेल में मारे गए जुनैद का मुद्दा उठाया। वहीं दलित बुजुर्ग को मंदिर में ना जाने के मुद्दे को भी गुलाम नबी आजाद ने उठाया। इस दौरान आजाद ने कहा कि मैं इस मुद्दे पर सरकार को ही निशाना नहीं बना रहा हूं, कई मुद्दों में यह सामने नहीं आया है कि किस पार्टी का हाथ शामिल है। 

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देवी देवताओं पर की अापत्तिनजक टिप्पणी

इसी क्रम में उच्च सदन में हो रही चर्चा के दौरान जब सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने बोलना शुरू किया तो उनके मुख से विवादित बोल फूट गए। गोरक्षा पर बोलते हुए उन्होंने कहा - हम तो वैश्य समाज के हैं सारी गोशाला हम चला रहे हैं। इस बात पर भी कई सदस्यों ने विरोध दर्ज कराना शुरू किया तो नरेश अग्रवाल ने कहा कि पहले बहुत से मवेशी बाजार लगते थे जहां से कई गरीब लोग मवेशी खरीदते थे। आज इन मेलों के खत्म कर दिया गया है। ऐसे में गरीब आदमी अपने काम न आने वाले दुधारू जानवरों को यूं ही छोड़ देते हैं। इसी क्रम में उन्होंने विवादित बयान दे डाला, जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया।


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सत्ता पक्ष समेत कई नेताओं ने जताई आपत्ति 

नरेश अग्रवाल के बयान पर सत्ता पक्ष की ओर से अरुण जेटली ने आपत्ति जताते हुए उनसे अपने बयान के लिए माफी मांगने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने यह बात सदन के बाहर किसी दूसरे मंच पर कही होती तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होता। इस क्रम में संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि नरेश अग्रवाल का यह बयान हिंदू धर्म का अपमान है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। 

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आखिरकार नरेश अग्रवाल ने मांगी माफी

अपने को चारों ओर से घिरता देख नरेश अग्रवाल ने कहा वैसे मैंने तो दीवार पर लिखा एक बात कही थी, मैंने किसी भी भावना को ठेस पहुंचाने के लिए कोई बात नहीं की। अगर इससे किसी की राजनीतिक भावनाओं को खेद पहुंचा हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। राजनीतिक शब्द को लेकर विरोध होने पर उन्होंने फिर कहा कि अगर मेरी बातों से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं खेद व्यक्त करता हूं। 

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