Tuesday, April 30, 2024

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जुम्मे से पहले सुप्रीम कोर्ट सुनाएगी बड़ा फैसला! साफ करेगी- मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का अंतरिक हिस्सा या नहीं

अंग्वाल न्यूज डेस्क
जुम्मे से पहले सुप्रीम कोर्ट सुनाएगी बड़ा फैसला! साफ करेगी- मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का अंतरिक हिस्सा या नहीं

नई दिल्ली । आने वाली जुम्मे (शुक्रवार) की नमाज से पहले सुप्रीम कोर्ट एक बड़ा फैसला सुना सकती है। खबर है कि अयोध्या राम जन्मभूमि मामले से जुड़े एक अहम मामले में सुप्रीम कोर्ट आगामी 28 सितंबर को अपना फैसला सुना सकती है। जुम्मे की नमाज से पहले सुप्रीम कोर्ट उस मुद्दे पर अपना फैसला सुना सकती है, जिसमें पूछा गया कि मस्ज़िद में नमाज पढ़ना इस्लाम का आतंरिक हिस्सा है या नहीं। अब शीर्ष अदालत के इस मुद्दे को लेकर अहम फैसला सुनाने के बाद संभावना जताई जा रही है कि कोर्ट टाइटल सूट के मुद्दे पर भी कोर्ट जल्द कोई फैसला सुना सकती है। 

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मस्जिद में नमाज पढ़ने पर क्या कहा था सुप्रीम कोर्ट ने

बता दें कि 1994 में सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अपने एक अहम फैसल में कहा था कि मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का इंट्रीगल पार्ट नहीं है । उस दौरान शीर्ष अदालत ने राम जन्मभूमि में यथास्थिति बरकरार रखने का निर्देश दिया गया था, ताकि हिंदू धर्म के लोग वहां पूजा कर सकें । 

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94 के फैसले की समीक्षा करेगी कोर्ट


असल में वर्ष 1994 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाए गए अपने एक फैसले पर एक बार फिर से सुप्रीम कोर्ट समीक्षा कर सकती है। कोर्ट विचार करेगा कि क्या 1994 वाले फैसले की समीक्षा की जरूरत है भी या नहीं। गत 20 जुलाई को कोर्ट ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुरक्षित रखा था। 1994 के फैसले में पांच जजों की पीठ ने कहा था कि मस्जिद में नमाज पढ़ना इस्लाम का इंट्रीगल पार्ट नहीं है, हालांकि 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला देते हुए विवादित भूमि का एक तिहाई हिंदू, एक तिहाई मुस्लिम और एक तिहाई रामलला को दिया था । 

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बड़ा फैसला साबित होगा

जानकारों का कहना है कि  मस्ज़िद में नमाज पढ़ना इस्लाम का आतंरिक हिस्सा है या नहीं...इस मुद्दे को लेकर कोर्ट द्वारा दिए जाने वाला फैसला आने वाले समय में काफी बड़ा फैसला साबित होगा। असल में टाइटल सूट से पहले ये फैसला काफी बड़ा हो सकता है। सुप्रीम कोर्ट की एडवांस सूची के मुताबिक ये फैसला लिस्ट में शामिल है।

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