लंदन।
ब्रिटेन में कई जगहों पर आतंकी हमले होने की आशंका है। सोमवार रात भारतीय समयानुसार मंगलवार तड़के तीन बजे मैनचेस्टर में हुए फिदायीन हमले के बाद यह आशंका जताई गई है। इसे देखते हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने गंभीर चेतावनी जारी की है। उन्होंने सेना को सुरक्षा इंतजाम कड़े करने के निर्देश दिए हैं। खतरे की आशंका को देखते हुए ब्रिटेन की प्रमुख जगहों पर ब्रिटिश सेना तैनात की गई है।
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मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने मंगलवार रात को देश को संबोधित करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों ने मैनचेस्टर हमले के एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है। सलमान अब्दी नाम के इस शख्स का हमले में हाथ हो सकता है। अब्दी ब्रिटेन का ही रहने वाला है। सुरक्षा बलों का इस मामले में कहना है कि अब्दी के साथ और भी लोग हो सकते हैं और वह फिर से ब्रिटेन को निशाना बना सकते हैं। थेरेसा मे ने कहा कि इन हालातों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।
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अतिरिक्त संसाधनों और सहयोग की जरूरत
अपने संबोधन में थेरेसा मे ने कहा कि संभावित खतरे से निपटनेके लिए पुलिस को अतिरिक्त संसाधनों और सहयोग की जरूरत है। इसलिए पुलिस के सहयोग के लिए सेना की तैनाती का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन टेम्परर के तहत देश की अहम जगहों पर सेना की तैनाती कर दी गई है। इसके साथ ही सेना पुलिस को सुरक्षा संबंधित निर्देश भी देगी।
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पांच हजार जवान तैनात
पूरे ब्रिटेन में प्रमुख जगहों पर सेना के 5 हजार जवान तैनात किए गए हैं। यह ब्रिटेन में पिछले 10 साल में पहली बार है, जब आतंकी खतरे का डर उच्च स्तर पर जताया गया है। मैनचेस्टर में हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली है और देश में और भी हमले करने की चेतावनी दी है, जिसके देखकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि इससे पहले 2007 में ब्रिटेन में बड़ा हमला हुआ था। उस समय सिलसिलेवार बम धमाकों में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे।