नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर आत्महत्या के लाइव वीडियो के मामले के बाद फेसबुक ने इससे बचाव के तरीके निकालने के काम को तेज कर दिया है। फेसबुक ने एक ऐसा साॅफ्टवेयर, 'आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस' तैयार किया है जो आत्महत्या करने वाले यूजर्स के पोस्ट को स्कैन करने का काम शुरू कर दिया है। अमेरिका में इस साॅफ्टवेयर का परीक्षण भी कर लिया हैै। अब वह इसके विस्तार पर काम कर रहा है।
मानसिक सुविधा
आपको बता दें कि फेसबुक ने अपनी वाॅल पर आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए उन पोस्ट की स्कैनिंग करना शुरू कर दिया है जो आत्महत्या के विचारों से प्रेरित थी। अब इस साॅफ्टवेयर के विस्तार का काम शुरू कर दिया है। इसके जरिए वह दूसरे देशों के यूजर्स की उन पोस्टों की खोज करेगी जिनमें आत्महत्या जैसे विचार आ रहे हों। फेसबुक ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर वह यूजर्स को मानसिक शांति की सुविधा भी उपलब्ध कराएगी। हालांकि फेसबुक ने इस साॅफ्टवेयर को लेकर फिलहाल अधिक तकनीकी जानकारी मुहैया नहीं कराई है।
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एआई तकनीक
आपको बता दें कि फेसबुक उपाध्यक्ष गेयेई रोजेन ने बताया कि अमेरिका में इस साॅफ्टवेयर का परीक्षण सफल रहा है। रोजेन के मुताबिक कंपनी अब उन देशों में सबसे पहले विस्तार कार्यक्रम के तहत काम करना शुरू करेगी जहां सबसे अधिक आत्महत्याएं होती हैं इनमें विकसित देश खासतौर पर शामिल हैं। फेसबुक का दावा है कि वह ‘एआई’ तकनीकी द्वारा यूजर्स की उन सभी पोस्टों की पहचान कर लेगी जिन में आत्महत्या की आशंका वाले विचार शामिल हों।