Friday, April 26, 2024

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विदेशी नागरिका हासिल करने वालों में भारतीय अव्वल, अमेरिका-ब्रिटेन में बसने की चाहत

अंग्वाल न्यूज डेस्क
विदेशी नागरिका हासिल करने वालों में भारतीय अव्वल, अमेरिका-ब्रिटेन में बसने की चाहत

नई दिल्ली । जनसंख्या के मामले में भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है। हालांकि इस सब के बीच एक सच और सामने आया है कि दुनिया में विदेशी नागरिकता पाने वालों की सूची में भारतीय अव्वल हैं। विदेशों में वहां की नागरिकता पाने वालों में सबसे ज्यादा भारतीय लोग ही हैं। पेरिस में ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इकोनॉमिक एंड डेवलपमेंट (OECD) ने इंटरनेशनल माइग्रेशन आउटलुक -2017 रिपोर्ट के निष्कर्ष में यह जानकारी दी है। सामने आया है कि 2015 में करीब 1.3 लाख भारतीय मूल के लोगों ने OECD के सस्य देशों की नागरिकता हासिल की। इनमें से अधिकांश लोग वर्क वीजा पर विदेशों में गए हैं। भारत के बाद मेक्सिको (1.12 लाख) नागरिकों के साथ दूसरे नंबर पर रहते हुए विदेशों की नागरिकता अपनाई है।

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2015 में 20 लाख नागरिकों का पलायन हुआ

ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इकोनॉमिक एंड डेवलपमेंट की रिपोर्ट में सामने आया है कि वर्ष 2015 में दुनिया भर से 20 लाख नागरिकों ने OECD देशों की नागरिका हासिल की। यह पिछले साल की तुलना में 3 फीसदी ज्यादा था। दूसरे देशों की नागरिकता पाने में जहां सबसे ऊपर भारतीय है वहीं दूसरे नंबर पर मेक्सिको के नागरिक। बात तीसरे नंबर की करें तो इसमें फिलीपींस 94 हजार और चीन के 78 हजार नागरिकों ने विदेशी नागरिकता अपनाई है।

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नए प्रवासियों की सूची में चीन शीर्ष पर


OECD के महासचिव एंजेल गुर्रिया का कहना है कि नए प्रवासियों की सूची में चीन शीर्ष पर है। पिछले दिनों सीरिया में संकट गहराने के बाद से शुरू हुए शरणार्थी संकट के चलते प्रवासियों की संख्या में तेजी आई है। इसके चलते भारत इस सूची में खिसक कर पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। उनका कहना है कि 2015 के दौरान अच्‍छी नौकरी या अच्‍छे लाइफस्‍टाइल के लिए माइग्रेशन हुआ जो आगे भी जारी रहेगा।

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अमेरिका-ब्रिटेन में बसना चाहते हैं भारतीय

इंटरनेशनल माइग्रेशन आउटलुक -2017 रिपोर्ट में मौजूद आंकड़ों पर नजर डालें तो सामने आता है कि भारतीय सबसे ज्यादा अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी में बसना पसंद करते हैं। हालांकि विदेशों में जाकर पढ़ाई करने वाले छात्र सबसे ज्यादा चीन और भारत से आते हैं। OECD देशों में 50 फीसदी से अधिक अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स एशियाई देशों से हैं।

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क्या है OECD 

असल में ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इकोनॉमिक एंड डेवलपमेंट (OECD) यूरोपीय देशों, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और जापान समेत 35 देशों का ग्‍लोबल थिंक टैंक है।

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