नई दिल्ली।
पूरा देश जिसका बेसब्री से इंतजार कर रहा था, वह वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) आखिरकार शुक्रवार रात 12 बजकर 1 मिनट पर लागू हो गया। जीएसटी के लागू होते ही केंद्र एवं राज्य के 17 टैक्स और 23 सेस समाप्त हो गए। जम्मू-कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में एक टैक्स आज से शुरू हो गया है और इसके साथ ही भारत जीएसटी लागू करने वाला दुनिया का 166वां देश बन गया है।
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शुक्रवार की रात ठीक 12 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घंटा बजाकर जीएसटी लागू कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने इस महत्वपूर्ण आर्थिक सुधार की तुलना आजादी से की। उन्होंने कहा कि यह देश के आर्थिक एकीकरण में महत्वपूर्ण उपलब्धि है। वहीं राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया और कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि एक दिन जीएसटी लागू होगा। उन्होंने कहा कि यह कराधान के क्षेत्र में एक नया युग है।
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बता दें कि जीएसटी से देश की 2,000 अरब की अर्थव्यवस्था और 1.3 अरब लोग सभी एक साथ जुड़ जाएंगे और पूरा देश एक साझा बाजार बन जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को पूरा करने में 17 साल का समय लगा।
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जीएसटी यानी गुड एंड सिंपल टैक्स : मोदी
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि अब भारत में लेह से लेकर लक्षद्वीप तक और गंगानगर से ईटानगर तक एक ही टैक्स होगा। उन्होंने जीएसटी को गुड एंड सिंपल टैक्स करार दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने इसके लिए 18 बैठकें कीं और यह संयोग है कि गीता के भी 18 अध्याय हैं। जिस तरह सरदार पटेल ने आजादी के बाद 545 रियासतों को मिलाकर भारत का एकीकरण किया था, उसी तरह जीएसटी भी पूरे देश को एक सूत्र में बांधेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि इससे शुरुआत में थोड़ी दिक्कर आ सकती है, लेकिन इससे सभी वर्गों को लाभ मिलेगा।
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कांग्रेस सहित कई दलों ने किया बहिष्कार
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने जीएसटी लागू करने के विशेष सत्र का बहिष्कार किया। लेकिन इस मौके पर सपा, जदयू, जद-एस, राकांपा, टीआरएस, अन्नाद्रमुक, बीजद के सांसद शामिल हुए। कार्यक्रम में उद्योगपति रतन टाटा, मेगास्टार अमिताभ बच्चन, स्वर कोकिला लता मंगेशकर सहित कई हस्तियां मौजूद थीं। इस समारो हमें मंच पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा मौजूद रहे।