मेरठ । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बार फिर अपने बयान से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। उस बार उन्होंने भारत के मुससमानों के लिए ऐसी बात कह दी कि अब उनका विरोध भी हो रहा है। असल में उन्होंने भारत के मुसलमानों को भगवान राम का वंशज करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान मुगलों के वंशज नहीं हैं। ऐसे में वे अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का विरोध न करें। जो मंदिर का विरोध कर रहे हैं, वे भी समर्थन में आ जाएं, वरना उनसे हिंदू नाराज हो जाएंगे। मुस्लिमों से नफरत करने लगेंगे और अगर 'ये नफरत ज्वाला में बदल गई तो मुस्लिम सोचें फिर क्या होगा। '
नसंख्या समाधान फाउंडेशन के बैनर तले आयोजित जनसंख्या कानून रैली को संबोधित करने बागवत पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर जरूर बनना चाहिए। यह मुद्दा कैंसर की दूसरी स्टेज की तरह है। राम मंदिर नहीं बना तो यह लाइलाज हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां हिंदुओं की आबादी कम है, वहां उनकी आवाज बंद हो जाती है। प्रदेश के 20 जिलों में 20 साल बाद हिंदुओं की जुबान नहीं खुलेगी। देश में ऐसे 54 जिले हैं, जहां हिंदुओं की आबादी गिरी है। आने वाले सालों में 250 जिलों में यही हाल होगा. सर्वधर्म समभाव सिखाना है तो मुसलमानों को सिखाओ ।
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उन्होंने कहा कि देश में जहां हिंदू घटे, वहां सामाजिक समरसता टूटी है। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देश का जितना नुकसान मुगलों ने नहीं किया, उतना नेताओं ने किया है। मैं सनातन धर्म के लिए भाजपा, मंत्री पद व सांसदी छोड़ सकता हूं।
गिरिराज सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक की परिभाषा बदलनी चाहिए। जहां पांच प्रतिशत हैं वहां भी अल्पसंख्यक और जहां 90-95 प्रतिशत हैं वहां भी अल्पसंख्यक, यह गलत है। उन्होंने कहा कि जो जनसंख्या कानून न माने उसका मताधिकार छीन लेने, कानूनी व आर्थिक कार्रवाई जैसे प्रावधान किए जाने चाहिए।
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