पेईचिंग।
दक्षिणी व पूर्वी सागर क्षेत्र को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव दिनोदिन और गहराता जा रहा है। रविवार को हथियार से लैस चीन के लड़ाकू विमानों ने अमेरिकी नौसेना के एक टोही विमान का काफी दूरी तक पीछा किया और बेहद खतरनाक ढंग से उस विमान के करीब आ गया। चीन के विमान अमेरिकी विमान के इतने करीब आ गए थे कि उनके बीच टक्कर हो सकती थी। जिस समय यह घटना हुई, तब अमेरिका का टोही विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई सीमा में था।
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जानकारी के अनुसार, जिस वक्त ये तीनों विमान आसमान में थे तो एक बार तो चीन के जे-10 विमान की अमेरिका के EP-3 विमान से मजह 300 फीट (91 मीटर) की दूरी रह गयी थी, जिस वजह से पायलट को अपना रास्ता बदलना पड़ा। इस घटना के बाद चीन और अमेरिका द्वारा अपने- अपने दावे किए जा रहे हैं। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया चीनी विमान मिसाइल से लैस थे। अमेरिका रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने सोमवार को यह जानकारी दी। बीते तीन महीनों में ये तीसरा मौका है, जब चीन और अमेरिका के विमानों में इस तरह का टकराव देखने को मिला है। इसी साल 17 और 25 मई को चीनी विमानों ने अमेरिकी विमान को घेरने की कोशिश की थी।
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बता दें कि चीन पूर्वी और दक्षिणी चीन सागर क्षेत्र के 90 फीसदी से ज्यादा हिस्से पर अपना एकाधिकार बताता है। उसके कई पड़ोसी देश इस दावे को खारिज करते हैं। इस मुद्दे को लेकर इन सभी देशों के साथ चीन का विवाद भी है। इस मामले को लेकर चीन और अमेरिका में पिछले कुछ समय से काफी तनातनी चल रही है। चीन के दावों को चुनौती देने के लिए अमेरिका अंतरराष्ट्रीय समुद्रीय व हवाई कानूनों के मुताबिक इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है।
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