नई दिल्ली । हिमाचल के बाद गुजरात विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने हाल में मोदी सरकार पर राफेल एयरक्राफ्ट खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मामले में मोर्चे खोलते हुए मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन अब इन घोटालों के आरोपों के बीच फ्रांस की ओर से कांग्रेस का नाम लिए बिना उनके लिए जवाब भेजा है। फ्रांस ने इस सौदे में किसी भी तरह के घोटाले की आशंका से इनकार करते हुए कहा कि किसी भी तरह का दावा करने से पहले फैक्ट्स चेक जरूर करने चाहिए।
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बता दे कि कांग्रेस ने इस एयरक्राफ्ट सौदे को लेकर आरोप लगाए थे कि जहाजों की कीमत 526 करोड़ है, जबकि सौदा 1571 करोड़ का हुआ है। राफेल डील पर अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मोर्चा खोला, जिसमें कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट कर राफेल डील पर सवाल उठाए थे। इस सारे मामले को लेकर इंडिया टुडे से बात करते हुए फ्रांस के एक अधिकारी ने कहा कि मैं भारत की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता, लेकिन इस सौदे में कुछ भी गलत नहीं हुआ है। इन एयरक्राफ्ट की डील इनकी परफॉर्मेंस के आधार पर की गई है।
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कांग्रेस उपाध्यक्ष के ट्वीट कर मोर्चा खोलने से पहले कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला ने एयरक्राफ्ट खरीद में मोदी सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया था। सुरजेवाला का कहना था कि राफेल खरीद में कोई पारदर्शिता नहीं बरती गई। ऐसे में मोदी सरकार यह सौदा कर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया है। इस दौरान सुरजेवाला ने दावा किया कि इन एयरक्राफ्ट की कीमत 526 करोड़ है जबकि सौदा 1571 करोड़ का हुआ है।
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ये डील 23 सितंबर, 2016 को फ्रांस के रक्षामंत्री ज्यां ईव द्रियां और भारत के तत्कालीन रक्षामंत्री मनोहर पर्रीकर ने नई दिल्ली में साइन की थी। 59 हजार करोड़ की इस डील के तहत 36 राफेल फाइटर जेट विमान भारत को मिलने हैं।